Bokaro: ज़िले के जरीडीह प्रखंड के गायछन्दा गांव में बुधवार को एक युवक ने अपनी चाची की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्युकी उसके ससुर ने उसकी बकरी भगा दी थी। हत्या भी इतनी वीभत्स थी की शव देखने वालो के रोंगटे खड़े हो गए। आरोपी ने लोहे की बनी भुजाली से ताबड़तोड़ मृतिका पर कई प्रहार किये। जिससे उसकी एक आँख निकल आई और सर पर काफी चोट लगी। बीच बचाव करने आई बेटी और ससुर भी घायल हो गए।
हालांकि पुलिस ने घटना की सुचना मिलते ही चुस्ती दिखाइए और घटनास्थल से दूर भाग रहे आरोपी हारु कर्मकार (28) को धर दबोचा। जरीडीह थाना प्रभारी मोहम्मद रुस्तम खान ने घटना के तुरंत बाद अपनी टीम आरोपी को पकड़ने में लगा दी थी और खुद उसे खोज निकला। बताया जा रहा है की मृतिका 55 वर्षीय अष्टमी देवी पति स्व भरत कर्मकार को घटना के बाद घायल अवस्था में इलाज के लिए जैनामोड़ रेफरल अस्पताल लाया गया था। पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

वहीं मृतिका की बेटी के हाथ व सिर पर चोट आई है। मिली जानकारी के मुताबिक हारु कर्मकार की बकरी मृतक अष्टमी देवी के घर के बाड़ी में घुस गयी थी। जिसे उसके ससुर इंद्रजीत ने पत्थर मार के भगा दिया। बस इतनी सी बात पर हारु कर्मकार उन्हें भला बुरा कहने लगा। इसपर मृतिका ने उसे अपने से बड़ो से इस तरह बात करने के लिए मना किया, जिसपर वह और भड़क गया और घर से लोहे का बना भुजाली ले आया और अपनी चाची के आंख में घुसा दिया उसकी आंख बाहर आ गई।
यह देख अष्टमी के बेटी कविता कुमारी व ससुर इन्द्रजीत कर्मकार बीच बचाव करने पहुंचे जहां इन्द्रजीत को भी हल्की चोट आई है। और बेटी कविता के सिर व हाथ पर भी चोट आई है। इस घटना को अंजाम देने के बाद हारु वहां से भाग निकला था लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया। इस घटना की सूचना ग्रामीणों ने जरीडीह पुलिस को दिया था। पुलिस ने खून लगा हुआ रड से बना भुजाली भी बरामद कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया की 29 वर्षीय हारु कर्मकार को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले में अनुसन्धान जारी है।
