Bokaro : पिछले दिनों उत्तराखंड राज्य के चमोली में अचनाक हुए प्राकृतिक आपदा में कई लोग असमय ही काल के गाल में समा गये थे। इस हादसे में बोकारो का भी एक मजदूर की मौत हो गयी थी। जिसका शव 15 दिनों के बाद टनल से निकाला जा सका था। मृतक पेटरवार प्रखंड अंतर्गत कोह पंचायत के जाराडीह गांव का रहने वाला था। उसका नाम अमृत महतो था। जिला प्रशासन के पहल पर मृत मजदूर का शव बुधवार तड़के बोकारो पहुंचा।
स्थानीय अधिकारियों एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में लागुरी श्मशान घाट पर हिंदु रिती रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार किया गया। मौके पर उपस्थित जिला श्रम अधीक्षक हरेंद्र सिंह ने बताया कि उपायुक्त राजेश सिंह के निर्देशानुसार घटना के बाद से ही वह उत्तराखंड प्रशासन व राज्य सरकार के नोडल पदाधिकारी के संपर्क में थे। शव की शिनाख्त जिला निवासी अमृत महतो के रूप में होने के बाद शव को यहां लाने के लिए वह प्रयासरत थे। राज्य से चमोली गए लोहरदगा एवं रामगढ़ जिले के श्रम अधीक्षक से संपर्क कर मजदूर के प्रार्थिव शरीर को एंबुलेंस से लोहरदगा एवं वहां से बोकारो मंगवाया।

■ सभी ने शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी से बाहर निकलने के लिए ढांढस बंधा-
यहां परिवार के सदस्यों, स्थानीय जन प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में विधि–विधान अनुसार शव का अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व विधायक योगेंद्र महतो, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी पेटरवार शैलेन्द्र कुमार, अंचलाधिकारी प्रणव अम्बष्ट, श्रमिक मित्र आदि उपस्थित थे। सभी ने शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी से बाहर निकलने के लिए ढांढस बांधा तथा ईश्वर से आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया।
■ मृतक के आश्रितों को जल्द ही सरकारी प्रावधान के अनुरूप सहायता राशि प्रदान की जाएगी-
जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शक्ति कुमार ने कहा कि मृतक के आश्रितों को जल्द ही सरकारी प्रावधान के अनुरूप सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इसकी कागजी कार्रवाई लगभग पूरी कर ली गई है।
