Bokaro: जिला स्वास्थ विभाग और बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) अब दोनों मिलकर 50:50 के तर्ज़ पर कोरोना वार्ड चलाएंगे। बताया जा रहा है कि बीजीएच में 170 बेड छमता वाला वार्ड- 5 (पांचवे मंजिल का पूरा फ्लोर) जिला स्वास्थ विभाग के ज़िम्मे रहेगा। और 144 बेड छमता वाला वार्ड-3 (पूरा फ्लोर MICU के साथ) और 36 बेड छमता वाले धन्वन्तरी वार्ड (NICU के साथ) की जिम्मेदारी बीजीएच के डॉक्टर्स और स्टाफ संभालेंगे।
बीजीएच और जिला स्वास्थ विभाग में दोनों वार्ड अलग-अलग चलाने की सहमति बनी है। जिला स्वास्थ विभाग ने सोमवार को अपने चार डॉक्टरों को बीजीएच के वार्ड -5 में पदस्थापित कर दिया है। दो-चार दिनों में यह वार्ड संचालित कर दिया जायेगा। इसकी तैयारी स्वास्थ विभाग कर रहा है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ज़िले के तीनो विधायक – बोकारो के बिरंची नारायण, चंदनक्यारी के अमर बाउरी और गोमिया के लम्बोदर महतो काफी दिनों से कोवीड मरीजों के लिए सदर अस्पताल खोलने की मांग कर रहे थे। अब बीजीएच का वार्ड-5 सदर अस्पताल का कोवीड वार्ड जैसा होगा।

बता दे, अभी तक बीजीएच में बीएसएल कर्मचारी या अधिकारी को धन्वन्तरी वार्ड में रखा जाता था, और प्राइवेट मरीजों को वार्ड-5 में रख इलाज किया जाता था। पर अब पूरा वार्ड-5 फ्लोर बीजीएच प्रबंधन ने जिला स्वास्थ विभाग को दे दिया है, जिसमे जनरल वार्ड के साथ अलग रूम भी है। इस वार्ड में भर्ती करने से लेकर सारा इलाज, दवाइयों, डॉक्टरों, नर्स, सफाई कर्मचारी आदि का इंतेज़ाम जिला स्वास्थ विभाग करेगा। बीजीएच ऑक्सीजन के साथ सारा इंफ्रास्ट्रक्चर जिला स्वास्थ विभाग को मोहिया करा दिया है।
बीजीएच प्रबंधन वार्ड-5 में पहले से भर्ती कोरोना के मरीजों को नीचे अपने वार्ड-3 में शिफ्ट कर रहा है। वार्ड-3 के जनरल वार्ड के साथ-साथ 20 बेड का मोस्ट मॉडर्न MICU भी कोरोना के मरीजों के लिए बीजीएच ने डेडिकेट कर दिया है। वार्ड-3 का पूरा जिम्मा एडमिशन से लेकर इलाज बीजीएच के पास रहेगा। अगर वार्ड-5 में कोई कोरोना का मरीज सीरियस होता है, तो उसे तुरंत नीचे कोविड MICU में शिफ्ट कर दिया जायेगा।
इन दो कोविड वार्डो को बीजीएच ने अपने दूसरे मेडिकल डिपार्टमेंटस से अलग कर दिया गया है। इसकी एंट्री और एग्जिट पीछे कैंसर वार्ड के तरफ से होगी। मरीजों को कोविड वार्ड-3 और 5 में पहुंचने के किये अलग से डेडिकेटेड कोविड लिफ्ट दिया गया है जो सिर्फ इन्ही दो वार्डो में रुकेगी। दूसरे किसी फ्लोर में यह नहीं रुकेगी। कैंसर वार्ड के तरफ से वार्ड-3 और 5 में पहुंचने के किये रेड कॉरिडोर बनाया गया है। जिससे संक्रमण किसी भी हालत में बीजीएच के दूसरे वार्ड और डिपार्टमेंट्स में न फैले।
सिविल सर्जन डॉ ए के पाठक ने बताया कि आने वाले 3 -4 दिनों में बीजीएच का वार्ड-5 कोरोना के मरीजों के लिए संचालित हो जायेगा। इसपर काम हो रहा है। हमलोग 50 बेड से शुरुआत करेंगे और आगे जरुरत के अनुसार बेड बढ़ाते जायेंगे।
बीजीएच में कोविड मरीजों के लिए बेड छमता बढ़कर 340 हो जाने से बेड की किल्लत थोड़ी कम हो जाएगी। हालांकि प्राइवेट अस्पताल भी अब कोरोना के खिलाफ जंग में कूद गए है। के.एम मेमोरियल के डॉ विकास पांडेय ने बताया कि उनके 25 बेड के कोरोना वार्ड में मरीज भर्ती है। वही चास स्तिथ मुस्कान अस्पताल, देवांश अस्पताल और अन्य अस्पताल भी कोरोना के मरीजों की भर्ती लेना शुरू कर दिए है।
ज़िले में कोरोना के एक्टिव केसेस 1000 से पार है। पिछले छह दिनों से लगातार 130 – 190 मरीज हर दिन मिल रहे है। फिलहाल बीजीएच में कुल 128 मरीज भर्ती है। 27 मरीज एएनएम कोवीड केयर सेंटर में भर्ती है। आइये जाने जिला प्रसाशन और बीजीएच के पास कितने-कितने डॉक्टर है:
जिला प्रसाशन के पास – रेगुलर 72 डॉक्टर्स है, 28 आयुष के डॉक्टर है, और NRHM में फिजिशियन, अनेस्थेटिक्स, गयनेकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक्स आदि मिलाकर 24 डॉक्टर्स है। यानि लगभग 124 डॉक्टर्स है। जिसमे सदर अस्पताल में 25 डॉक्टर्स है।
बीजीएच के पास – रेगुलर 135 डॉक्टर्स है, 80 कॉन्ट्रैक्ट और डीएनबी है। यानि लगभग 215 डॉक्टर्स।
