Bokaro :जय झारखण्ड मजदूर समाज (जेजेएमएस) ने अपने पार्टी के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर बोकारो इस्पात संयंत्र (बीएसएल) द्वारा ट्रेड यूनियन को एनजेसीएस और नॉन-एनजेसीएस के श्रेणी मेँ रख मजदूरों पर किये जा रहे शोषण के बारे मेँ विस्तार से बताया। बीएसएल प्लांट को खुले 50 साल हो गए पर आज तक प्रबंधन ने यूनियन का चुनाव नहीं करवाया है। जिसके कारण प्लांट में मजदूरों का शोषण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने यह बातें बड़ी ही गंभीरता से सुनी। सारी बातों को जानने के बाद संज्ञान लेते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने जल्द से जल्द श्रम मंत्री से बात कर उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया ।
झारखंड प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बोकारो भ्रमण के दौरान बीएसएल में युनियन चुनाव को लेकर जेजेएमएस के महामंत्री बी के चौधरी ने बिस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री को बताया की किस तरह सेल के सभी अन्य यूनिटों में इस्पातकर्मीयों द्वारा गुप्त मतदान कर युनियन का चुनाव होता रहा है। पर बीएसएल एक साजिश के तहत चुनाव नहीं कराता है। जब से बोकारो स्टील प्लांट बना है तब से एक बार भी गुप्त मतदान द्वारा युनियन का चुनाव नहीं करवाकर प्रबंधन अपने चापलूसी करने बाले युनियन को एनजेसीएस में भेजता रहा है। जो बराबर मजदूर बिरोधी निर्णय पर हस्ताक्षर कर मजदूरों का शोषण करते रहा है। 2015 में एनजेसीएस के नेताओं के विरोध में एतिहासिक हड़ताल भी हो चूका है ।

यही हाल केन्द्र सरकार के अधीन चल रहे फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड में भी बिना चुनाव का प्रबंधन ने अपने चापलूसी करने बाले युनियन को ज्वाइंट फोरम कमिटी में भेजकर मजदूर बिरोधी हस्ताक्षर करने के विरोध में जय झारखंड मजदूर समाज के नेतृत्व आन्दोलन हुआ। जिसमें डिप्टी लेबर कमिश्नर (केन्द्रीय) के हस्तक्षेप के कारण यहाँ से बिना चुनाव का भेजने पर रोक लगाते हुए कम्पनी में एकमात्र बहुमत बाली जय झारखंड मजदूर समाज को मान्यता देने का सलाह भी दिया। लेकिन फेरो स्क्रेप निगम लिमिटेड लगभग 2 वर्ष से टाल मटोल कर रही है।
बार्ता में झामुमो जिला अध्यक्ष हिरालाल माँझी, महानगर अध्यक्ष मंटू यादव, हसन इमाम एवं कलाम अंसारी जी भी उपस्थित थे ।
