Bokaro : झारखण्ड का बोकारो रेलवे स्टेशन सिर्फ दिखने में महानगरों के स्टशनों से छोटा है। पर कमाई में या ट्रेनों की आवाजाही में यह किसी से भी कम नहीं। आम लोगो यह जानकर ताज्जुब करते है की बोकारो स्टेशन में 55 रेलवे ट्रैक्स (पटरियां) है। हालांकि दूसरे शहरों की तुलना में बोकारो के इन पटरियों पे पैसेंजर्स ट्रेनों से ज्यादा माल गाड़िया गुजरती है।
इन 55 पटरियों में से सिर्फ तीन पर ही पैसेंजर गाड़िया चलती है, बाकी पटरियों पर मालगाड़िया। इन्ही पटरियों के बदौलत आद्रा रेलवे डिविशन के अंतर्गत आने वाला बोकारो रेलवे स्टेशन सबसे कमाऊ स्टेशन है। अपनी आमदनी बढ़ाने और माल गाड़ियों के आवाजाही की संख्या में वृद्धि के लिए, बोकारो रेलवे अब और चार पटरियां बिछा रहा है, जो आने वाले तीन महीनो में संचालित हो जाएँगी।

यही नहीं, माल गाड़ियों के यार्ड्स भी विकसित किये जा रहे है। बोकारो रेलवे के लिए पिछला महीना दिसंबर राजस्व प्राप्ति के लिए सबसे बढ़िया महीना साबित हुआ। आज तक के इतिहास में बोकारो रेलवे ने सबसे अधिक180 माल गाड़िया पिछले महीने दिसंबर में डिस्पैच कर रिकॉर्ड कायम किया है। ज्यादातर माल गाड़िया बोकारो इस्पात संयंत्र और डालमिया सीमेंट के सामानो को देश के विभिन्न राज्यों और बदरगाहों में ले गई।
इतनी अधिक संख्या में हुए माल गाड़ियों के परिचालन से बोकारो रेलवे ने करीब 74 करोड़ रुपये सिर्फ दिसंबर माह में कमाए है। इस प्रगतिशील कार्य और बढ़ते व्यापार का श्रेय एरिया रेलवे मैनेजर, प्रभात प्रसाद और उनके टीम को जाता है। साउथ ईस्टर्न रेलवे के अंतर्गत आने वाला बोकारो रेलवे स्टेशन सबसे अधिक राजस्व कमाने वाले स्टशनों में से एक है।
रेलवे अधिकारी जो कोविद -19 लॉकडाउन के दौरान कारोबार में हुए घाटे से परेशान थे, वह दिसंबर में कारोबार में आई तेजी से काफी खुश है। बताया जा रहा है की पिछले एक महीने में बोकारो से हॉट रोल्ड शीट्स, कोल्ड रोल्ड शीट्स, पिग आयरन, स्लैग, हार्ड कोक और सीमेंट की ढुलाई देश के कई हिस्सों में रेल ने किया है। इसमें सबसे अधिक ढुलाई बीएसएल के हॉट रोल और कोल्ड रोल्ड शीट्स कि हुई है।
बढ़ते व्यापार को देखते हुए रेलवे अपनी सेवाओं और संसाधनों को विकसित कर रही है, ताकि इसे और अधिक कस्टमर-फ्रेंडली बनाया जा सके। रेलवे वैगनों के टर्नअराउंड को कम करने और वैगनों की उपलब्धता में सुधार सुनिश्चित करने के लिए रेलवे यार्ड में चार नए रेलवे ट्रैक और दूसरी सुविधाएं स्थापित कि जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, बोकारो रेलवे में लगभग 55 रेलवे ट्रैक हैं। जिनमें से केवल तीन का इस्तेमाल पैसेंजर ट्रेनों के लिए किया जाता है जबकि बाकी 52 रेलवे ट्रैक का इस्तेमाल मालगाड़ियों के लिए किया जाता है। लेकिन जरूरत को देखते हुए, चार और रेलवे ट्रैक स्थापित किये जा रहे हैं जो 31 मार्च तक चालू हो जाएंगे।
रेलवे, सुरक्षा में सुधार के लिए भी काम कर रहा है और एम्प्टी वैगन्स एक्सचेंज यार्ड में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग स्थापित कर रहा है। बताया जा रहा है की बीएसएल और डालमिया सीमेंट के उत्पादन में वृद्धि से रेल की माल ढुलाई में वृद्धि हुई है। दिसंबर में, बीएसएल ने 134 रेलवे रैक को समुद्री बंदरगाहों और भारत के अन्य हिस्सों में भेजा है, जो पिछले किसी भी महीनो कि तुलना में सबसे अधिक है।
दिसंबर में डालमिया सीमेंट ने भी पहली बार देश के अन्य हिस्सों में सीमेंट के 40 रेलवे रैक भेजे हैं। डालमिया द्वारा अब तक भेजे गए रेलवे रैक की सबसे अधिक संख्या है। दिसंबर माह के 31 दिनों में, डालमिया ने रेलवे के माध्यम से 1 लाख टन सीमेंट बाहर भेजा है।
हालांकि की यह कयास लगाए जा रहा है की रेलवे का जनवरी में मालढुलाई से बिसनेस और बढ़ेगा। बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के डायरेक्टर इंचार्ज, अमरेंदु प्रकाश ने साल के पहले ही दिन घोषणा कर दी है कि BSL पिछले महीने की तुलना में जनवरी में अधिक उत्पादन और व्यवसाय करेगा। चुकीं बीएसएल अपने उत्पादों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए 99 प्रतिशत रेलवे पर निर्भर रहता है, इसलिए उसका व्यवसाय बढ़ने से रेलवे का व्यापार बढ़ेगा।
