Bokaro: वर्ष 2020 कोरोना के चलते बड़ा ही तकलीफ भरा रहा। इस जाने वाले साल के अंतिम दिन आइये हम सैलूट करे उन कोरोना योद्धाओ को जो कोविड-19 जैसे अदृश्य वायरस से हमे बचाये रखने के लिए लड़ते रहे। और आज भी जूझे हुए है। विकास मेले के अवसर पर जिला प्रसाशन ने 135 करोना वारियर्स को सम्मानित किया।
यह कोरोना वारियर्स कोविड-19 संकटकाल में कांटेक्ट ट्रेसिंग, कन्टेनमेंट जोन बनाने, सैंपलिंग, टेस्टिंग, इन्फेक्टेड लोगो के इलाज की समुचित व्यवस्था करने और अस्पतालों में लगे हुए थे। बीते 10 महीनों से इस अदृश्य वायरस से जूझ रहे इन कोरोना योद्धाओ का नाम जब मंच से पुकारा जा रहा था, तो लोगो ने इनके सम्मान में जमकर तालिया बजाई।

प्रशासन ने एम्बुलेंस ड्राइवर से लेकर डॉक्टर्स और अधिकारी तक सबको बराबर का सम्मान दिया। 15 कोरोना योद्धाओ को विकास मेले के मंच पर सम्मानित करते हुए प्रसंशा प्रमाणपत्र दिया। इनके अलावा 120 योद्धाओ को भी प्रसंशा प्रमाणपत्र निर्गत किया गया, जिसे उन्हें डिपार्टमेंट के तरफ से दिया जायेगा। इन योद्धाओ में छह झारखण्ड प्रशासनिक सेवा के प्रोबेशनर, तीन डिस्ट्रिक्ट डाटा मैनेजर, 23 लैब तकनीशियन, 22 मल्टीपर्पस वर्कर्स, 14 एम्बुलेंस ड्राइवर्स -हेल्पर्स, 12 फील्ड वर्कर्स, फ़िज़ियोथेरेपिस्ट, सोशल सिक्योरिटी अफसर आदि लोग है।
आइये जानते है इन कोरोना योद्धाओ के बारे में। कैसे वह हमारे और अदृश्य वायरस के बीच दिवार बन खड़े हुए:
सब-डिविशनल ऑफिसर (SDO), चास, शशि प्रकाश सिंह – इनके द्वारा सही समय पर मीटिंग, रिव्यु, मॉनिटरिंग, कन्टेनमेंट जोन, कांटेक्ट ट्रेसिंग आदि सराहनीय कार्य किया गया। इन्होने कई राते जागते हुए, कोविड-19 के रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग को हर संभव सहयोग मुहैया कराने में बितायी।
जिला महामारी अधिकारी, पवन कुमार श्रीवास्तव – इन्होने कोरोना वायरस महामारी में अच्छी रणनीति बनाकर ससमय महामारी को काबू करने में सराहनीय कदम उठाया। कोविड-19 से सम्बंधित सभी तरह के कार्यों में सही रणनीति को लागुकर इस वैशविक महामारी के रोकथाम में महत्वपुर्ण योगदान दिया।
बोकारो जनरल अस्पताल के कोविड-19 के नोडल ऑफिसर, आर के गौतम – कोविड महामारी के शुरूआत से बीजीएच में कोविद रोगियों को उचित इलाज की व्यवस्था करने में इनका सराहनीय योगदान रहा है। डॉ गौतम लगातार आज तक कोरोना मरीजों के इलाज में लगे हुए है। बीजीएच जिला का डेडिकेटेड कोविद अस्पताल है, जहां कोरोनासंकट काल में काफी कोविद मरीजों भर्ती हुए और हो रहे है। डॉ गौतम का मरीजों के प्रति सेवा भावना और स्वास्थ विभाग से अच्छा सामंजस्य स्थापित रखने में इनका योगदान प्रसंशनीय है।
आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, शक्ति कुमार – कोविड महामारी के शुरूआत से ही डाटा ऑनलाइन मैनेजमेंट, करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
जिला डाटा प्रबंधक, कंचन – कोविड महामारी के शुरूआत से ही कोविड-19 पोर्टल अपडेट करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर श्रेया – कोविड महामारी के शुरूआत से कोविड-19 में कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
मेडिकल ऑफिसर, डॉक्टर उत्तम – यह वही डॉक्टर है जो ऐ एन एम सेन्टर में कोविड रोगीयों का इलाज करते आ रहे है।
MTS शैलेश कुमार ठाकुर – कोविड महामारी के शुरूआत से ही सैम्पलिंग, कांटेक्ट ट्रेसिंग, पेशेंट शिफ्टिंग, डाटा ऑनलाइन मैनेजमेंट आदि करने में इनका योगदान सराहनीय रहा।
प्रयोगशाला प्रावैधिक कुमार हर्षवर्धन – कोविड महामारी के शुरूआत से ही सैम्पलिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
चालक 108 एम्बुलेंस, राजेश कुमार – कोविड महामारी के शुरूआत से ही कोविड पेशेंटस को अस्पताल पहुंचाने और एडमिट करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
MOIC चंदनकियारी, डॉक्टर श्रीनाथ – इनके द्वारा चन्दनकियारी क्षेत्र में सम्पलिंग, रोगी का आइसोलेसन आदि कार्य काफी प्रभावी ढंग से किया गया। जिसके चलते उस क्षेत्र में कोविद महामारी का प्रसार रोकने में सफलता मिली।
लिपिक, हरि सिंह – कोविड महामारी के शुरूआत से ही कोविड 19 के उपकरण सामाग्री आदि मुहैया कराने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
MOIC गोमिया, डॉक्टर हलन बारला – इनके द्वारा मननकियारी क्षेत्र में सही तरह से सम्पलिंग , धनात्मक रोगी का आइसोलेसन आदि कार्य सही तरह से करने से चन्दनकियारी क्षेत्र में कोविड महामारी का प्रसार को रोकने में सफल रहे।
सहायक निदेशक समाजिक सुरक्षा, रविशंकर मिश्रा – कोविड महामारी के शुरुआत से ही कांटेक्ट ट्रेसिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
वरीय लेखा पदाधिकारी, पंकज दुबे – कोविड महामारी के शुरूआत से ही सैम्पलिंग करने में इनका सराहनीय योगदान रहा।
बता दे, की मार्च से आजतक 6400 से ऊपर लोग कोरोना पॉजिटिव हुए है। जिसमे 59 लोगो की मृत्यु हुई है, बाकि बचे हुए लोग ठीक होकर स्वस्थ जीवन जी रहे है।
यह लिस्ट उन कोरोना योद्धाओ का है जिन्होंने अदम्य साहस का परिचय देते हुए कोरोनाकाल में हमलोगो की सुरक्षा करते रहे :
