Bokaro: जिला स्वास्थ विभाग ने खासतौर पर सभी निजी डेण्टल क्लीनिक को लेटर भेज कोविद-19 के वक्सीनेशन के लिए उनके संस्थान में काम करने वाले हेल्थ वर्कर की संख्या उपलब्ध कराने का सख्त निर्देश दिया है। स्वास्थ विभाग ने यह पाया है की पहले भी इस बाबत कहे जाने के बावजूद, कई डेंटल क्लिनिक संचालको ने अपने यहाँ काम करने वालो का विवरण उपलब्ध नहीं कराया है।
भेजे गए पत्र में जिला स्वास्थ विभाग ने साफ तौर पर यह बता दिया है, की किसी डेंटल क्लिनिक का कोई भी चिकित्सक, पाराकर्मी, सफाईकर्मी अगर कोविद- 19 वैक्सीन के प्रथम चरण में टीकाकरण से वंचित रह जाता हैं, तो संस्थान संचालक अथवा प्रबंधक के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

पत्र में यह भी लिखा गया है की, बार-बार पत्राचार कर संस्थानों को कोविद-19 वक्सीनेशन के लिए डाटा बेस फॉर हेल्थ वर्कर का विवरण उपलब्ध कराने हेतु निदेशित किया जा चुका है । अतः संस्थानों को दिसंबर, 13 को 01:30 बजे सिविल सर्जन, बोकारो के सभागार में स्वंय एवं अपने अधिनस्त कर्मियों का विवरण यथा नाम , पदनाम , मोबाईल नंबर वह पहचान पत्र ( आधार को छोड़कर ) अनिवार्य रूप से जमा कराये।
ज्ञात हो की 10 दिसंबर को जिला प्रशासन ने सभी प्राइवेट हॉस्पिटल को निर्देश दिया था कि वह अपने संस्थानो में कार्यरत कर्मियों की सूची सिविल सर्जन कार्यालय को हर हाल में उपलब्ध करा दे। जिला द्वारा भेजी गयी सूची के आधार पर ही ही राज्य सरकार कोविड-19 का वैक्सिन उपलब्ध कराएगी। प्रथम चरण में सारे हेल्थ केयर वर्कर चाहे सरकारी हो या प्राइवेट वैक्सिन सभी को दिया जाएगा।
समाहरणालय के सभागार में कोविड वैक्सिनेशन को लेकर जिला के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन भी किया गया था। इसके बाद प्राय-प्राय शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल और नर्सिंग होम्स ने अपने संस्थानों की सूचि उपलब्ध करा दी है। सिर्फ डेंटल क्लिनिक वालो ने इसमें रूचि नहीं दिखाई। जिसको सिविल सर्जन, डॉ ऐ के पाठक संज्ञान में लेते हुए लेटर निर्गत कर दिया। ज़िले में कुल तीन दर्ज़न के करीब डेंटल क्लिनिक है।
