Bokaro : जिला स्वास्थ विभाग ने पांच वेंटीलेटर वापस रांची भेज दिया, वह भी उस वक्त जिस समय ज़िले में एक्टिव केसेस कि संख्या 850 पार हो गयी है, और एक-एक ऑक्सीजन बेड बेहद कीमती है। बताया जा रहा है कि रांची में कोरोना के बढ़ते मरीजों कि संख्या को देखते हुए राज्य सरकार ने ज़िलों में इस्तेमाल में नहीं लाये जा रहे वेंटीलेटर को वापस मंगा लिया। वेंटीलेटर बेड वापस रांची भेजे जाने पर विधायक बोकारो बिरंची नारायण काफी दुखी है।
बता दें कि पिछले साल कोरोना के आगमन के साथ-साथ अप्रैल में बोकारो को राज्य सरकार ने PM केयर फण्ड से ख़रीदे गए 25 वेंटिलेटर्स भेजा था। जिसे कोरोनाकाल में लोगो कि जान बचाने के इस्तेमाल में लाना था। बेड तो आया लेकिन उसका सुचारु ढंग से इस्तेमाल करना जिला स्वास्थ विभाग के लिए सर दर्द बन गया। वेंटीलेटर आने के बाद, यानि नौ महीने पहले सदर अस्पताल में ICU का उद्धघाटन भी कर दिया गया , पर उस ICU को उस वक़्त पब्लिक के लिए खोला नहीं गया।

सदर अस्पताल के ICU में 10 वेंटीलेटर लगाए गए, बचे हुए पांच वेंटीलेटर को बीजीएच को दें दिया गया, यह बताते हुए कि वहां कोरोना का इलाज हो रहा है। बाकी बचे 10 वेंटीलेटर में से पांच को एएनएम कवीड केयर सेंटर में रख दिया गया, जहा सिर्फ कोरोना के एसिम्पटोमैटिक पेशेंट को रखा जाता है। वेंटीलेटर लगने के हालत में अगर कोई मरीज वहां पहुंच जाता है, तो उससे सीरियस बता बीजीएच भेज दिया जाता है। इन सब के अलावा बाकी बचे पांच वेंटीलेटर का इस्तेमाल पिछले नौ महीनो में स्वास्थ विभाग नहीं कर पाया, जिसे वापस राज्य सरकार ने ले लिया।
बताया जा रहा है कि सदर अस्पताल के ICU में गुरुवार से मरीजों को रखना शुरू हो गया, शायद इसलिए की वहां लगे वेंटीलेटर को भी सरकार वापस न मंगा ले। सदर अस्पताल में ICU तो चालू हो गया पर वहां के अधिकारी उसमे कोरोना के मरीजों की भर्ती लेने से मना कर रहे है। कहा जा रहा है कि वह जनरल मरीजों के लिए रिज़र्व रहेगा। सूत्र बताते है की सदर अस्पताल में सर्जरी विभाग है ही नहीं, मेडिसिन विभाग है पर वहां से गंभीर मरीजों को तुरंत रेफेर कर दिया जाता है। स्त्री रोग और प्रसूति विभाग है तो उसके लिए अलग से पोर्टेबल वेंटीलेटर सहित पूरी व्यवस्था है।
ऐसे हालत में ICU का इस्तेमाल होगा तो होगा किसके लिए। दो दिन पहले जिस दिन ICU खोला गया था उस दिन उसमे मात्र एक मरीज था।
जिला स्वास्थ विभाग दवारा 5 वेंटीलेटर वापस भेजने के खिलाफ विधायक बिरंची नारायण द्वारा उपायुक्त को आज भेजा गया यह पत्र:
