Bokaro: झामुमो ने सोमवार को भाजपा और उसके वरिये नेता बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा की, इन लोगों का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर झूठा आरोप लगाना ऐसा लग रहा जैसे “चोर खुद शोर मचा रहे हो’। भाजपा के नेता फुल नौटंकी है। बाबूलाल मरांडी जी को इस तरह के झूठे आरोप लगाने से पहले कम से कम अपने उम्र का भी लिहाज कर लेना चाहिए। और पॉइंट की बात यह है की, अगर भाजपा के आरोपों में दम होता तो 2014 से 2019 तक प्रदेश में भाजपा की सरकार थी, और उस वक्त महाराष्ट्र में भी भाजपा की सरकार, तब जांच क्यों नहीं करवाया गया?
ज्ञात हो की कुछ दिन पहले भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री पर यौन उत्पीड़न के मामले को बताते हुए इस्तीफा मांगा था। जिसपर सोमवार को झामुमो ने जमकर पलटवार किया। झामुमो के बोकारो और धनबाद के नेताओ ने बोकारो परिसदन में मीटिंग की और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जम कर बोले। वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने जो नया दोषारोपण किया है, उसकी झामुमो निंदा करती है l साथ ही मुख्यमंत्री पर लगे आरोप को सिरे से खारिज करती है।

बोकारो जिला अध्यक्ष हीरालाल मांझी ने ने कहा की आज जानबूझकर इन बातों को उठाकर जनहित की लोकप्रिय झामुमो सरकार को गिराने की साजिश की जा रही है, तथा झामुमो को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। आरोप और आरोप की जांच की मांग करने से पहले भाजपा नेताओं को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। माननीय मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों की जांच की मांग करने वाले पहले गिरिडीह के पूर्व सांसद बाघमारा के विधायक और बोकारो के विधायक पर लगे आरोपों की भी जांच एसीबी से कराने की जरूरत है।

बोकारो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने कहा, की भाजपा के नेताओ को डर हो गया है कि 5 साल में उन लोगों ने जो कुकर्म किया है, अब वर्तमान सरकार उन्हें बकसने नहीं जा रही। इसलिए मुख्यमंत्री का मनोबल गिराने की कोशिश हो रही है। चरित्र-चेहरा तो दिसोम गुरु शिबू सोरेन से लेकर उनके पूरे परिवार पर आज तक कोई आरोप सीधे नहीं लगा है, जो भी आरोप लगाया गया है, वह बाद में साबित नहीं हो सका। भारतीय जनता पार्टी की घटिया राजनीति का जवाब झारखंड की जनता ने उपचुनाव में भी दिया है और आगे भी देगी।
धनबाद जिला अध्यक्ष, रमेश टूडू, ने कहा की पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को यह सब साल भर पहले क्यों नहीं याद आया। झारखंड मुक्ति मोर्चा मुख्यमंत्री से मांग करती है कि 5 वर्षों में भाजपा नेताओं द्वारा शोषित महिलाओं को तुरंत न्याय दिया जाए, और भाजपा नेताओं पर लगे आरोपों की धीमी पड़ी जांच को तुरंत 10 दिनों में पूरा करते हुए उस पर स्थिति स्पष्ट किया जाए।
