बोकारो: सरकार द्वारा मांगे जा रहे ‘प्रोफेशनल टैक्स’ से बोकारो चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज काफी दुखी है। कारोबारियों का यह मानना है की उनका व्यवसाय कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस समय वह लोग घाटे से उभरने की जी तोड़ कोशिश कर रहे है। इस बुरे वक़्त में सरकार उनकी मदद करने के बजाये प्रोफेशनल टैक्स ले रही है। इस वक़्त सरकार द्वारा व्यापारीयो से ‘प्रोफेशनल टैक्स’ मांगना उसी तरह है, जैसे अस्पताल के वेंटीलेटर में पड़े गरीब मरीज का ऑक्सीजन सप्लाई कम कर देना।
गुस्सा और दुःख को अपने मन में दबाये, चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज का एक प्रतिनिधिमंडल, अध्यक्ष संजय बैद के नेतृत्व में राज्य सेवा कर के उपायुक्त, बोकारो, अमरकांत ठाकुर से उनके कार्यालय में मिला और बड़ी ही शालीनता से प्रोफेशनल टैक्स का विरोध किया। संजय बैद ने ठाकुर से आग्रह किया कि कोरोना काल में व्यवसायी वर्ग की स्थिति बहुत चिंतनीय हो गई है लॉकडाउन के कारण एवं कोरोनावायरस के कारण व्यापारी वर्ग बुरी तरह त्रस्त रहा।

संजय बैद ने कहा की उद्योग और व्यापार करने वालो ने फिर भी अपने कर्मचारियों का वेतन अपने प्रतिष्ठानों का भाड़ा एवं अन्य खर्चे भी बेहद कठिनाई से उठाते हुए अपने व्यवसाय को चला कर जीवन यापन कर रहे हैं। सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई मदद व्यवसायियों को नहीं दी गई। इसके उलट अब सरकार द्वारा झारखंड प्रोफेशनल टैक्स की मांग की जा रही है।
चेंबर का मानना है कि यह किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। क्योंकि व्यवसाई पहले से ही कई प्रकार के करो के बोझ तले दबा हुआ है। ऐसे में प्रोफेशनल टैक्स की मांग उपयुक्त नहीं है। चेंबर ने इस विषय पर झारखंड सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव को भी एक पत्र लिखकर प्रोफेशनल टैक्स को पूर्व की तरह स्थगित रखने की मांग की। राज्य सेवा कर उपायुक्त अमरकांत ठाकुर ने चेंबर प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वे उनके पत्र को मंत्री जी तक एवं स्थानीय उपायुक्त महोदय तक पहुंचा देंगे।
ठाकुर ने सरकार का पक्ष रखते हुए कहा कि व्यवसायियों द्वारा दिए जाए दिए गए टैक्स की बदौलत ही सरकार विकास के कार्यों को कर पा रही है आगे भी उन्होंने व्यवसायियों से सहयोग की अपेक्षा की। बैठक में चेंबर की तरफ से महामंत्री महेश गुप्ता, सज्जन अग्रवाल, शिव हरी बंका, अंजनी कुमार रूपक विभाग की तरफ से राज्य सेवा कर अधिकारी गुफरान अहमद, रविंदर कुमार आदि उपस्थित थे।
