Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के एक्सक्यूटिव डायरेक्टर (पी एंड ए) के टीए रहे अविनाश कुमार झा का अचानक ट्रांसफर आज शहर में चर्चा का विषय रहा। क्रिटिकल पोस्ट कहे जाने वाले नगर प्रशासन विभाग के हाउस अलॉटमेंट सेक्शन के डीजीएम के पद पर झा का ट्रांसफर होना कोई इत्तेफाक नहीं है, बल्कि प्रबंधन की रणनीति का एक हिस्सा माना जा रहा है। प्रबंधन ने झा से एलॉटमेंट सेक्शन को दुरुस्त करने की अपेक्षा रखी है।
नगर प्रशासन से संबंधित मिल रही शिकायतों को ले प्रबंधन विगत कुछ महीनों से एक सक्षम और मजबूत अधिकारी की तलाश कर रहा था। काफी टटोलने के बाद झा पर तलाश खत्म हुई। झा पिछले 4 वर्षों से एक्सक्यूटिव डायरेक्टर (पी एंड ए) के सेक्रेटेरिएट में थे। इससे पहले वह प्लांट के पर्सनल डिपार्टमेंट के अधिकारी रहे हैं। एक्सक्यूटिव डायरेक्टर के ऑफिस में रहने से वे टाउनशिप से जुड़ी हर समस्या से अवगत हैं। उनका यह अनुभव इस नए अभियान में काम आएगा।

हालांकि ट्रांसफर आर्डर पर प्रबंधन ने यह भी उल्लेख किया है कि फिलहाल उनका अलॉटमेंट सेक्शन में 6 महीने के लिए पदस्थापन हो रहा है, साथ-साथ आर्डर में उनका पोस्टिंग सिर्फ TA-Allotment लिखा गया है। अलॉटमेंट सेक्शन टाउनशिप का सबसे संवेदनशील विभाग बना हुआ है। एक ओर जहाँ लगभग 2000 से अधिक बीएसएल क्वार्टर में अतिक्रमण है, वहीं हज़ारो एकड़ जमीन में अवैध कब्ज़ा है जिसके कारण बिजली चोरी, पानी चोरी और अन्य रिसोर्सेज का कंपनी को नुकसान सहना पड़ रहा है।
इस समस्या के कारण बीएसएल के कर्मचारी, अधिकारी और रिटायर्ड लोग भी झेल रहे है। बीएसएल की जमींन पर अवैध कब्ज़ा विस्थपितों को भी चुभ रहा है। झा के अलॉटमेंट सेक्शन में ट्रांसफर से सुधारों का सिलसिला शुरू हो गया है, हालाँकि बीएसएल की संपत्ति को अतिक्रमण मुक्त करना प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती रहेगी।

आइये जाने मंगलवार को हुए BSL में अधिकारियो के ट्रांसफर के पीछे की स्ट्रेटेजी?
बोकारो इस्पात संयंत्र में मंगलवार को हुए अधिकारियों के ट्रांसफर कोई अमूमन होने वाले ट्रांसफर नहीं थे। यह ट्रांसफर डायरेक्टर इंचार्ज ,अमरेंदु प्रकाश, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, पी एंड ए, राजीव कुशवाहा और डायरेक्टर इंचार्ज सेक्रेटेरिएट के द्वारा बनाये गयी स्ट्रेटेजी की शुरुआती कड़ी है। साधारण भाषा में कहा जाये तो यह ट्रांसफर बीएसएल टाउनशिप सुधारो अभियान का आगाज़ है।
ट्रांसफर के तहत हर जगह सूटेबल अधिकारियों को पदस्थापित करने का प्रयास किया गया है। अपने दो महीने के कार्यकाल में डायरेक्टर इंचार्ज ने टाउनशिप में पब्लिक डीलिंग वाली पोस्ट में बैठे अधिकारियो और कर्मचारियो का पूरा फ़ीडबैक ले लिया है। मंगलवार को कुल 26 अधिकारियो के ट्रांसफर हुए, जिसमे सब टाउनशिप या प्लांट के बाहर काम करने वाले डिपार्टमेंट्स है। सातों डीजीएम जिनका ट्रांसफर हुआ है सबका परोक्ष या अपरोक्ष रूप में टाउनशिप और पब्लिक वेलफेयर से जुड़े विभागों में या इन विभागों से अन्यत्र ट्रांसफर हुआ है।
हाउस अलॉटमेंट, मैत्री भवन, हॉर्टिकल्चर, एजुकेशन, CSR ,मेंटेनेंस, यूटिलिटीज एंड वेलफेयर, पर्सनेल डिपार्टमेंट, टाउन एंड एडमिनिस्ट्रेशन, बोकारो जैविक उद्यान, HRD, L&A इत्यादि। सूत्रों की माने तो प्लांट के अंदर की ट्रांसफर पर भी काम चल रहा है। कंपनी प्रबंधन का यह मानना है कि ट्रांसफर किए गए अधिकारियों में बेहतर कार्य करने की क्षमता है। यह कंपनी को अपना 100 परसेंट दे सकते हैं और स्थितियों को सुधार सकते हैं।
प्लांट के अंदर भी अधिकारियो की ट्रांसफर चर्चा है। सूत्रों के अनुसार, प्लांट के अंदर भी सही जगह के लिए सही अधिकारी की तलाश है। डायरेक्टर इंचार्ज खुद प्लांट में लम्बा समय बिताये है। अभी भी जमीनी अधिकारियो और कर्मचारियों से जुड़े हुए है।
