Bokaro : आज फिर बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के एडीएम गेट के सामने प्रदर्शन हुआ, पर कुछ अलग तरीके से। प्रदर्शनकारियों ने अर्ध-नग्न अवस्था में ड्यूटी खत्म कर घर जा रहे बीएसएल कर्मचारियों का जूता पोलिश किया। कई कर्मचारियों को इन युवाओ द्वारा जूता पोलिश करना अच्छा नहीं लगा। कुछ लोग तो किनारे से निकलकर जाते दिखे।
प्रदर्शनकारी ‘मृत कर्मचारी आश्रित संघ’ के थे जो कई सालो से बीएसएल प्रबंधन से नौकरी मांग रहे है। उनके बीएसएल कर्मचारीयो के आश्रित है। प्रबंधन ने पहले तो नौकरी का आश्वासन दिया था पर बाद में पलट गए। अपने नियोजन के मांग को लेकर वह लोग लगातार संघर्ष करते हुए प्रदर्शन कर रहे है।


एक प्रदर्शनकारी राजेश गुप्ता के अनुसार, आज प्रदर्शन के दौरान मृत कर्मचारी के आश्रितों ने अपने खाने के लिए और इस कड़कती ठंड के बचने के लिए प्लांट से आते कर्मचारियों का जूता पोलिश किया और भीख मांगी। आज हम लोगों ने अर्धनग्न प्रदर्शन भी किया। हमने इस ठंड में अर्धनग्न प्रदर्शन कर बीएसएल प्रबंधन को दिखाया की अब हमारे पास कोई चारा नहीं बचा।
अन्य परमेश्वर कुमार ने कहा की आश्रित मजबूर हो गए हैं, लेकिन प्रबंधन के तरफ से अभी तक कोई सुधि नहीं ली गई है। प्रशासन की तरफ से चास के सीओ ने हमारी सुधि ली और हमें आश्वासन दिया कि एसडीओ साहब से बात कर आपको जल्द सूचना मिलेगी। एनजेसीएस के नेता भी आज हमारे समर्थन में आए। उन्होंने हम सारे आश्रितों से नैतिक रुप से समर्थन देते हुए कहा कि अगर दो दिनों में प्रबंधन सकारात्मक पहल नहीं करती है तो उसके बाद वह हमारे धरना में हमारे साथ प्रदर्शन करेंगे।
बीएसएल प्रबंधन इस मामले में कुछ कहना नहीं चाहती।
