Bokaro: फिल्म संगीत के प्रख्यात पाश्र्वगायक मो. रफी की जयंती पर सेक्टर 12 में गुरुवार को संगीत कार्यक्रम का आयोजन हुआ। गायक अरुण पाठक, रमण कुमार, अमोद श्रीवास्तव, रामएकबाल सिंह, संगीतप्रेमी नीरज चौधरी व नीरज सिंह ने मो. रफी की तस्वीर पर पुष्पार्चन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अरुण पाठक ने कहा कि मो. रफी ने अपनी गायकी से फिल्म संगीत को जो मुकाम दिया उसके लिए वह सदैव आदर के साथ याद किए जाएंगे। उनकी गायकी का कोई जोड़ नहीं है। रमण कुमार ने कहा कि मो. रफी के गाए गीत सदैव लोगों की जुबान पर रहेंगे। नीरज चौधरी ने कहा कि रफी साहब के नग्में संगीत प्रेमियों के दिलों में बसे हैं। उनकी गायकी बेमिसाल थी।
अरुण पाठक ने ‘वो जब याद आए बहुत याद आए…’, ‘मुझको मेरे बाद ज़माना ढूंढ़ेगा…’, ‘जाने बहार हुस्न तेरा बेमिसाल है…’, ‘मैं इक राजा हूं…’, ‘चाहूंगा मैं तुझे सांझ सवेरे..’ आदि गीतों की सुरीली प्रस्तुति से सबको आनंदित किया। रमण कुमार ने ‘कैसे कटेगी जिंदगी तेरे बगैर…’, ‘इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ…’, राम एकबाल सिंह ने ‘रहा गर्दिशों में हरदम…’, अमोद श्रीवास्तव ने ‘अजी ऐसा मौका फिर कहां मिलेगा…’, ‘दीवाने का नाम न पूछो…’ की सुमधुर प्रस्तुति से रफी साहब को श्रद्धांजलि दी।

