Bokaro : ज़िले में रहनेवाले कायस्थों ने आज गुरुवार को देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 136 वीं जयंती बड़ी ही श्रद्धा के साथ मनाई। उनकी जयंती पर लोगो ने उन्हें याद किया है और श्रद्धांजलि अर्पित की। चित्रगुप्त महापरिवार समिति, बोकारो जिला के भैया प्रीतम ने कहा कि भारत रत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद का सादा जीवन और उच्च विचार के सिद्धांत पर आधारित उनका जीवन हमेशा से हमे प्रेरित करते रहा है।
स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में उन्होंने अतुलनीय भूमिका निभाई। इस अवसर पर सेक्टर पांच स्थित लाईबरेरी गाउंड में राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति का मालार्पण किया। समिति के मुख्य सलाहाकार अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि राजेन्द्र प्रसाद कायस्थ रत्न थे। भारत के संविधान समिति के वे पहले अध्यक्ष थे। देश के स्वतंत्रता संग्राम व भारत के भविष्य को गढ़ने में उनका महत्वपुर्ण योगदान था।


समिति के महिला जिलाध्यक्षा डाॅ मीरा सिन्हा ने कहा कि राजेन्द्र बाबू जी सादगी, ईमानदारी, कर्मठता, विद्वता, देशभक्ति के प्रतिमूर्ति थे। इतिहास की जानकार रेणूका सिन्हा ने कहा कि राजेन्द्र जी के योगदान को उस समय के शासन में बैठे लोगों ने सही सम्मान नहीं दिया। उनके योगदान को प्रकाश में नहीं आने दिया। जबकि राजेन्द्र प्रसाद का संविधान गढ़ने में महत्वपुर्ण योगदान रहा। उनके द्वारा किए गए कार्यों को प्रकाश में लाना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगीं।
उनके जयंती के अवसार पर पर ज्योति नाथ, रतनलाल, उमेश प्रसाद, अरविंद कर्ण व अन्य लोग भी उपस्थित थे।
