Bokaro : सेक्टर 05 स्थित स्वास्थ्य केंद्र में प्रस्तावित आरटीपीसीआर लैब स्थापित करने का काम जोर-शोर से चल रहा है। बताया जा रहा है की एक से दो महीने के अंदर इसे शुरू कर दिया जायेगा। अगर तीसरी लहर आई तो बोकारो में मरीजों को कोवीड जाँच रिपोर्ट के लिए अब लम्बा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।
सरकारी आरटीपीसीआर लैबोरेट्री के खुल जाने के बाद से बोकारो के जनता को किसी प्राइवेट लैब पर भी निर्भर रहने की जरुरत नहीं पड़ेगी।प्रस्तावित केंद्र में सिविल और अन्य रेनोवेशन का काम करीब-करीब अंतिम चरण में पहुंच गया है। उसके पूरा होने के साथ ही आरटीपीसीआर टेस्टिंग मशीन इनस्टॉल कर दी जाएगी।

कुछ दिनों पहले उपायुक्त कुलदीप चौधरी व अन्य अधिकारियों ने प्रस्तावित आरटीपीसीआर लैब को लेकर भी चल रही तैयारियों की जानकारी ली थी। केंद्र के विभिन्न कमरों व परिसर का जायजा लिया। उपायुक्त ने सिविल सर्जन डा. अशोक कुमार पाठक को जरूरी दिशा – निर्देश दिया है।
बता दें, कोविड-19 जांच में तेजी लाने हेतु राज्य सरकार बोकारो में आरटीपीसीआर लैबोरेट्री खोल रही है। इस बात की घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन 16 अप्रैल को किया था। उसके बाद बोकारो इस्पात संयंत्र द्वारा दिए गए सेक्टर 5 के स्वास्थ केंद्र में इसे स्थापित किया जा रहा है।
बताया जा रहा है की यह जो मशीन लगाई जाएगी वह बहुत ही एडवांस है और कोरोना के साथ साथ अन्य तरह के वायरस के जाँच में भी काम आएगी। मुख्यमंत्री ने राज्य में 6 नए आरटीपीसीआर लैबोरेट्री स्थापित करने का निर्देश विभागीय पदाधिकारियों को दिया था। ये लैबोरेट्री रांची, जमशेदपुर, बोकारो, चाईबासा, गुमला तथा साहेबगंज में स्थापित होंगे।
बता दें की बोकारो स्वास्थ विभाग फिलहाल कोवीड जाँच के लिए सैंपल धनबाद PMCH मेडिकल कॉलेज या रिम्स रांची के आरटीपीसीआर लैबोरेट्री में भेजता है। वहां से रिपोर्ट आने में कम से कम 3 से 4 दिन का समय लगता है। इस कारण स्वास्थ विभाग को अधिकतर ट्रुइनेट और रैपिड एंटीजन टेस्ट (रैट) के रिपोर्ट पर निर्भर रहना पड़ता है। बोकारो में आरटीपीसीआर लैबोरेट्री खुलने से टेस्टिंग में मजबूती आएगी और कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने में मदद मिलेगी।
ज्ञात हो की पिछले साल जून में बोकारो इस्पात संयंत्र और जिला प्रशासन ने आरटीपीसीआर लैबोरेट्री खोलने के लिए हाथ मिलाया था। बीएसएल ने जमीन और बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए सहमति व्यक्त की थी। जिला प्रशासन ने आरटी-पीसीआर मशीन देने की बात की थी।
