Bokaro: शनिवार को बोकारो स्टील प्लांट में अनुसूचित जाति एवं जनजाति (SC-ST) उद्यमियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष वेंडर डेवलपमेंट कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय के अंतर्गत संचालित एससी-एसटी हब, रांची तथा बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ।
उद्योग मंत्रालय और बीएसएल के अधिकारी हुए शामिल
कार्यशाला में एमएसएमई मंत्रालय के एससी-एसटी हब की रांची शाखा प्रभारी किरण मौर्य मारिया तथा बीएसएल से एडिशनल मैटेरियल मैनेजर देवेंद्र सिंह ने भाग लिया। दोनों अधिकारियों ने उद्यमियों को सरकारी खरीद प्रणाली में शामिल होने की प्रक्रिया और संभावनाओं की जानकारी दी।
स्थानीय उद्यमियों को मिली नई उम्मीद
इस अवसर पर झारखंड अनुसूचित जाति जनजाति उद्यमी एवं व्यवसायिक संघ से जुड़े कई उद्यमी उपस्थित रहे। संघ के अध्यक्ष मनोज कुमार पासवान ने कहा कि बोकारो में कई योग्य एससी-एसटी व्यवसायी हैं जो बीएसएल से जुड़कर संयंत्र और देश की आर्थिक प्रगति में योगदान देने में सक्षम हैं।
सरकारी प्रावधानों के तहत मिलेगा 4% आरक्षण
अध्यक्ष मनोज कुमार पासवान ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सभी सरकारी संस्थानों को एससी-एसटी उद्यमियों को 4% तक प्रोक्योरमेंट कार्य देना अनिवार्य है।
वेंडर कोड और रजिस्ट्रेशन का आश्वासन
बीएसएल के अधिकारियों ने उपस्थित उद्यमियों को जल्द वेंडर कोड प्रदान कर रजिस्ट्रेशन कराए जाने का आश्वासन दिया, जिससे उन्हें भविष्य में संयंत्र के कार्यों में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा।