Bokaro: राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम (एनएसएपी) अंतर्गत संचालित योजनाओं के सामाजिक अंकेक्षण को लेकर सोमवार को समाहरणालय सभागार में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त अजय नाथ झा ने की। इसका उद्देश्य सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया, पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करना तथा संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना था।
जनता और प्रशासन के बीच सेतु है सामाजिक अंकेक्षण
कार्यशाला में सहायक निदेशक (सामाजिक सुरक्षा) पियूष ने सामाजिक अंकेक्षण की विस्तृत प्रक्रिया से प्रतिभागियों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सामाजिक अंकेक्षण केवल वित्तीय निगरानी नहीं, बल्कि जनता और प्रशासन के बीच एक महत्वपूर्ण सेतु है। यह योजनाओं की गुणवत्ता व क्रियान्वयन पर निरंतर निगरानी रखने, शिकायतों और त्रुटियों की पहचान कर सुधारात्मक कदम उठाने में मदद करता है। इस दौरान उन्होंने प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए।

08 सितंबर से 23 दिसंबर तक होगा सामाजिक अंकेक्षण
सहायक निदेशक ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में क्रमवार सामाजिक अंकेक्षण किया जाएगा। इस दौरान कुल 44,452 लाभुकों का अंकेक्षण होगा। कार्यक्रम की शुरुआत 08 सितंबर को बेरमो और फुसरो नगर परिषद से होगी तथा समापन 23 दिसंबर को चंदनकियारी प्रखंड में होगा। इसके अंतर्गत चंद्रपुरा (9-10 सितम्बर), पेटरवार (10-12 सितम्बर), नावाडीह (12-29 अक्टूबर), चास (25 अक्टूबर-20 दिसम्बर), बोकारो शहरी क्षेत्र (29 अक्टूबर), जरीडीह (30 अक्टूबर-22 नवम्बर), कसमार (22 नवम्बर-19 दिसम्बर) और गोमिया (25-27 नवम्बर) में सामाजिक अंकेक्षण होगा।
