Bokaro: कोरोना के चलते सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के मद्देनज़र सोमवार को नगर में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकली। श्रद्धालुओं ने मंदिर के बाहर खड़े होकर भगवान जगन्नाथ की हाथ जोड़ प्राथना की। जगन्नाथ मंदिर सेक्टर चार में भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा की पूजा पुरोहित हिमांशु दास, सुशांत सत्पथी व मानस आचार्य ने की।
उत्कल सेवा समिति के सचिव डॉ.यू मोहंती ने कहा कि कोरोना काल में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद है। प्रात:काल में पुरोहित के संग श्रद्धालु भगवान की पूजा-अर्चना किये। इसके बाद पहंडी विधि से इन्हें मंदिर परिसर में हॉल में विराजमान किया गया। भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा के साथ मौसीबाड़ी में सात दिन विराजमान रहेंगे। यहां भगवान की पूजा-अर्चना की जाएगी।
पूर्व में भगवान श्रीराम मंदिर स्थित मौसीबाड़ी में विराजमान रहते थे। यहां सात दिन रहने के बाद बहुरा यात्रा के जरिए वापस जगन्नाथ मंदिर पहुंचते थे। लेकिन कोरोना काल में मंदिर परिसर व हॉल में ही पूजा संपन्न कराया जा रहा है।
वहीं Sector 9 स्तिथ रानीपोखर गांव के जगन्नाथ मंदिर में रथ यात्रा निकली गई। जिसमे श्रद्धालुओं ने बड़े उत्साह के साथ भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा को मौसी बाड़ी पहुंचाया।