Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

प्रकाशवान-2 : भारत का टॉप ऑक्सीजन उत्पादक बनेगा बोकारो, BSL के नए ऑक्सीजन प्लांट को मंजूरी


Bokaro: सेल का बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) भारत के सबसे बड़े ऑक्सीजन उत्पादकों में से एक बनने की ओर अग्रसर है। बीएसएल ने 2000 टन प्रति दिन (टीपीडी) क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की परियोजना पर काम शुरू कर दिया है जिसे आने वाले सालों में पूरा कर लिया जायेगा। डायरेक्टर इंचार्ज अमरेंदु प्रकाश के मॉनिटरिंग में अधिकारियों की एक डेडिकेटेड टीम इस काम में लग गई है। इस प्रोजेक्ट को हाल ही में पर्यावरण मंजूरी भी मिल चुकी है।

बता दें, वर्तमान में बीएसएल के इस्पात संयंत्र के अंदर दो ऑक्सीजन संयंत्र कार्यरत हैं। जिनकी बदौलत बोकारो ने कोविड -19 के दूसरी लहर के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में मेडिकल ऑक्सीजन की पूर्ति करने का काम किया। देश के अधिकतर राज्यों में कोरोना मरीजों के लिए मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति कर बोकारो भारत का ‘ऑक्सीजन सिटी’ बन गया था। टैंकर के साथ-साथ ट्रैन और हवाई जहाज़ों से भी ऑक्सीजन भेजा गया था।

स्टील प्लांट में ऑक्सीजन का उपयोग –
स्टील मेल्टिंग शॉप्स में मुख्य रूप से स्टील बनाने की प्रक्रिया के दौरान शुद्ध ऑक्सीजन का उपयोग किया जाता है। यहां, स्टील बनाने के लिए कन्वर्टर्स में शुद्ध ऑक्सीजन को हॉट मेटल में प्रवाहित किया जाता है। भविष्य में स्टील उत्पादन क्षमता बढ़ने के बाद आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन क्षमता की आवश्यकता होगी। जिसे नए स्थापित किये जा रहे ऑक्सीजन प्लांट से पूरा करने में मदद मिलेगी।

इस जगह खुलेगा ऑक्सीजन प्लांट
प्रस्तावित ऑक्सीजन संयंत्र बीओओ (बिल्ड-ओन-ऑपरेट) आधार पर आएगा और न केवल संयंत्र की जरूरत को पूरा करेगा, बल्कि भविष्य में जरूरत पड़ने पर लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ऑक्सीजन संयंत्र बीएसएल प्लांट के अंदर ही खोलने पर विचार किया जा रहा है। प्लांट के अंदर खाली पड़ी जमीनों का आकलन किया जा रहा है।

इसे भी पढ़े- प्रकाशवान-1: मॉर्डनाइजेशन और एक्सपेंशन पर संशय खत्म, BSL को मिला एनवायरमेंटल क्लीयरेंस https://currentbokaro.com2022/02/03/prakashwaan-1-doubts-over-modernization-and-expansion-bsl-gets-environmental-clearance/

अभी बीएसएल की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता है इतनी –
फिलहाल बीएसएल संयंत्र में इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन के लिए – 1250 टीपीडी क्षमता का आईनॉक्स ऑक्सीजन प्लांट और लगभग 700 टीपीडी कैप्टिव ऑक्सीजन प्लांट संचालित है। नए ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना के बाद, बीएसएल की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता बढ़ कर 3950 टीपीडी हो जाएगी।

पिछले साल कोविड में बीएसएल ने इन राज्यों में भेजा था ऑक्सीजन
बीएसएल ने देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 18000 टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की थी। जिससे हज़ारो लोगो की जान बचाई गई थी। बीएसएल ने पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, असम, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और यहां तक ​​कि दिल्ली को लगातार लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की। उत्तर प्रदेश को बीएसएल से ऑक्सीजन एक्सप्रेस (ट्रेन) के माध्यम से सबसे अधिक 5381 मीट्रिक टन चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति प्राप्त हुई है।

(Content confirmed and verified by chief of communication, Bokaro Steel Plant (BSL) and Mines, Manikant Dhan)


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