Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) द्वारा आवास लाइसेंस में 10 फीसदी की प्रति 11 माह में बढ़ोतरी के खिलाफ क्वार्टर लाइसेंसधारियों ने मोर्चा खोल दिया है। बीएसएल सेल प्रबंधन का एकतरफा फैसला बीएसएल के सैकड़ों लाइसेंसधारियों के आवास का रिनुअल कराने में बाधक बना हुआ है। इससे रिटायर कर्मियों के बीच टेंशन बना हुआ है।
बोकारो इस्पात कामगार यूनियन एटक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर क्वार्टर लाइसेंस रेंट की मनमाने ढंग से की गई बढ़ोतरी का खुलकर विरोध किया। साथ ही बीएसएल से उसे वापस लेने की मांग की। बैठक को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने कहा आवास लाइसेंस में 10% की प्रति 11 माह में बढ़ोतरी गैर वाजिब है। प्रबंधन का एकतरफा फैसला हजारों लाइसेंस धारियों के आवास का रिनुअल कराने में बाधक बना हुआ है।
जिससे कंपनी को भी काफी राजस्व का नुकसान हो रहा है। जबकि दूसरी तरफ लाइसेंस धारियों से सबसे पहले सिक्योरिटी मनी के रूप में ₹100000 दूसरे चरण में ₹120000 तथा तीसरे चरण में ₹150000 प्रबंधन के पास जमा है। जिस पर प्रबंधन कोई भी इंटरेस्ट भुगतान नहीं करती है। तकरीबन एक सौ करोड़ से ज्यादा रुपया इस मद में जमा है जिस पर ब्याज नहीं दिया जाता।
बीएसएल द्वारा क्वार्टर की मरम्मत भी नहीं करायी जाती है। लाइसेंसधारी अपने क्वार्टर की मरम्मत खुद करा रहे हैं। सिक्युरिटी रकम का लाभ सिक्युरिटी का ब्याज कंपनी खुद रखती है। सिंह ने मांग की कि आवास लाइसेंस स्कीम में 2017 से छद्म रूप से ली गयी 10 % की बढ़ोतरी वापस लेकर ई – एफ आवास का रेंट 1300 की जगह ₹ 1000 लिया जाये। इससे रिटायर कर्मियों को राहत मिलेगी। सभी प्रकार के क्वार्टर लाइसेंस लीज पर दिये जाएं ।
सिंह ने कहा कि रेट की बढ़ोतरी न्यायसंगत नहीं है। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से आरआर दास , रूपलाल पासवान , आरएस प्रसाद , टीपी सिंह , शिवजी सिंह के सिंह , पीपी चौधरी , एसडी सिंह , भगवान सिंह , एसएन तिवारी , रामसूरत प्रसाद आदि उपस्थित थे .