Bokaro: चीरा चास में रहने वालो के लिए गुरुवार की रात और शुक्रवार का दिन काफी भारी बिता। इस प्रचंड गर्मी में चीरा चास में 20 घंटे लगातार बिजली गायब रही। इतनी देर बिजली नहीं रहने से इन्वेर्टर ठप हो गए, पानी की किल्लत हो गई और 42 डिग्री तापमान ने लोगो को बेचैन कर दिया। रह रह कर लोग सरकार को कोसते रहे।
गुरुवार रात 11 बजे गई बिजली शुक्रवार देर शाम कुछ इलाको में आई। वास्तु विहार 2 और कई अन्य इलाको में बिजली रिपोर्ट लिखे जाने तक नहीं आई है। चीरा चास के रहने वाले डॉक्टर अनिकेत ने कहा इस भीषण गर्मी में बिना बिजली के पूरी रात और दिन बिताना किसी त्रासदी से कम नहीं है। बच्चो की हालत और बुरी है।
पांडेय पूल के पास रहने वाले डेंटिस्ट रंजीत कुमार ने कहा कि यह 20 घंटे चीरा चास में रहना किसी सजा से कम नहीं था। बिजली विभाग के अनुसार डीवीसी के सप्लाई लाइन में फाल्ट आने के वजह से चीरा चास के अधिकतर इलाके में बिजली चली गई थी।
चास और चीरा चास की जनता बिजली कटौती से काफी परेशांन है।
बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने बढ़ती बिजली कटौती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसी बिजली समस्या पहले कभी नहीं थी। इस सरकार को लोगो के कठनाइयों से कोई मतलब नहीं है। कल शनिवार को बिजली समस्या के खिलाफ वह हज़ारो लोगो के साथ चास चेकपोस्ट से लेकर निगम ऑफिस तक पैदल मार्च करेंगे। लोगो को हेमंत सरकार का असली चेहरा दिखाएंगे। झारखंड प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष सह मांडू विधानसभा के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल और धनबाद लोकसभा के सांसद पशुपतिनाथ सिंह भी प्रदर्शन में भाग लेंगे।
बोकारो चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने भी बिजली कटौती के खिलाफ आवाज उठाई है। बिजली कटौती से व्यापार ठप हो गया है। जिले में चार पावर प्लांट के होते हुए भी यहां बिजली की स्तिथि दयनीय है।