Bokaro: श्री अय्यप्पा पब्लिक स्कूल के परिसर में तक ग्रीष्म शिविरका आयोजन किया गया। ग्रीष्म शिविर के आयोजन का मुख्य उददेश्य था बच्चों का सर्वांगीण विकास करना। शिविर के दौरान सभी बच्चों को अपने- अपने वर्ग एवं पसंद के अनुसार कुशल प्रशिक्षकों से प्रशिक्षित होने का सुअवसर मिला। हर सुबह कार्यक्रम की शुरुआत योगा से हुआ करती थी। ग्रीष्म शिविर मे विभिन्न प्रकार के खेल कुद जैसे-कैरम,बास्केट बॉल,चेस,टेबल टेनिस,ताय्क्वांदो,नृत्य,आर्केस्ट्रा ,आर्ट एंड क्राफ्ट,कुकिंग इत्यादि की बारीकियों से बच्चों को अवगत कराया गया।
स्कूल परिसर मे चल रहे ग्रीष्म शिविर का समापन बुधवार 15.6.22 को हुआ। इस कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल प्रार्थना से हुई।समर कैम्प मे प्रशिक्षित छात्रों ने इसमे अपनी अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया।नृत्य वर्ग के छात्रों ने अपने मनोहारी नृत्यों से शमाँ बाँध दिया।ताय्क्वांदो के छात्रों ने सबके समक्ष आत्मरक्षा के विभिन्न मुद्राओं का प्रदर्शन किया ।आर्केस्ट्रा की टीम ने अपने वाद्य यंत्रों के वादन से माहौल को खुशनुमा कर दिया।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए विद्यालय के निर्देशक डॉ.एस एस महापात्रा ने कहा कि ऐसे आयोजनो से बच्चों का मनोबल बढता है तथा वे विभिन्न प्रकार की गतिविधियों से परिचित होते हैं।अधिक संख्या मे भाग लेने पर छात्रों एवं शिक्षकों को उन्होने धन्यवाद दिया।बच्चों के उमंग एवं उत्साह को देखते हुए उन्होने कहा कि यही वो खुशी है जो नौनिहालों को नूतन दृष्टिकोण तथा कुछ नया कर गुजरने का जज्बा उत्पन्न करते हैं।
विद्यालय की प्राचार्या पी शैलजा जय कुमार ने छात्रों को शुभकानाएं दी एवं कहा कि ‘हर इंसान मे कोई न कोई प्रतिभा है लेकिन वो अक्सर इसे दूसरों के जैसा बनने मे नष्ट कर देते हैं।ग्रीष्म शिविर के आयोजन का हमारा मुख्य उद्देश्य ही बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारना है।छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए हम कटिबद्ध हैं तथा ग्रीष्म शिविर हमेशा इसमे मील के पत्थर साबित होते हैं।’
विद्यालय की उप प्राचार्या श्रीमती राजलक्ष्मी ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा सबों के सामूहिक प्रयासों की सराहना भी की। सभी छात्रों ने अपने अनुभवों को भी सबके साथ साझा किया।बड़े ही उत्साह एवं प्रसन्नता के साथ छात्रों ने कैम्प के मह्त्वों का वर्णन किया। छात्रों के चेहरों की चमक एवं मुस्कुराहट स्वयं ही इसके सफलता की कहानी बयां कर रही थी। राष्ट्र गान के साथ ग्रीष्म शिविर(समर कैम्प) का समापन किया गया।