Bokaro: जनता मजदूर सभा ने गुरुवार को सीईजेड गेट पर मीटिंग कर प्रबंधन से ठेका मज़दूरों के लिए दुर्गा पूजा में प्रोत्साहन राशि देने और बीएसएल कर्मियों को दुर्गा पूजा के पूर्व में बोनस भुगतान की मांग की।
महासचिव साधु शरण गोप ने कहा बोकारो स्टील प्लांट (BSL) का उत्पादन ठेका मजदूर पर भी निर्भर है। नियम के खिलाफ 80% उत्पादन क्षेत्र के स्थायी प्रकृति के काम ठेका मज़दूर करते हैं। जिससे सेल आज मुनाफा में है। लेकिन जब बोनस की बारी आती है तो, ठेकामज़दूरों को बोनस नही मिलने का हवाला देकर ठेंगा दिखा दिया जाता है। आखिर क्यों ? प्रबंधन और एनजेसीएस यूनियन को यह प्राकृतिक नियम क्यों नहीं दिखाई देता है ?
उन्होंने कहा कि ठेका नियम के अनुसार ठेकामज़दूरों को वेतन के साथ बोनस भुगतान होता है। प्रबंधन को जानना होगा कि ऐसे नियम से शासित मजदूरों से स्थायी का काम नहीं लिया जा सकता है। फिर भी नियम ताक पर रखकर काम लिया जाता है तो प्रोत्साहन राशि के भुगतान में बोनस नियम को ताक में रखने में क्या दिक्क्त है।
सर्वविदित है लाखों रुपया के वेतन के कर्मचारियों के खाली पदों पर मात्र सात आठ हजार रुपया में ठेकामज़दूर काम करते हैं। बीएसएल के मुनाफा का राज यही है। उसे प्रोत्साहन राशि दी जाय तो प्रबंधन को घाटा कैसे ?
गोप ने कहा कि बोनस का मतलब दुर्गा पूजा में प्रोत्साहन राशि है। दुर्गा पूजा के बाद प्रोत्साहन राशि का भुगतान से क्या दुर्गा पूजा उत्सव का आनंद उठा पाएंगे कर्मचारियों एवं उनके परिवार, प्रबंधन को संवेदनशीलता के साथ विचार करना चाहिए ।
संयुक्त महासचिव संदीप कुमार आश ने कहा कि प्रबंधन यदि दुर्गा पूजा पर बोनस का भुगतान नही कर पाती है, तो यह प्रबंधन की असफलता मानी जायेगी। आखिर प्रबंधन समयबद्ध सुविधा क्यों नही दे सकती ? क्या यह लापरवाही नही है ? मौके पर घनश्याम गोप, एम आलम, भानु गोप, तापस ओझा, उमाशंकर गोप, एम अंसारी, डी दास, ए नायक, जय दीप आश, राजेश सिंह, एस एस राय, एम महतो, एम रजवार, आर के यादव, के सिंह ने सम्बोधित किया ।