Bokaro: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भेजे गए एक पत्र ने बोकारो एयरपोर्ट से इस साल हवाई सेवा शुरू पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। पत्र में बताया गया है कि भारतीय विमानपतन प्राधिकरण (AAI) और सेल-बोकारो इस्पात संयंत्र (SAIL-BSL) के बीच हुए समझौता ज्ञापन (MoU) पिछले साल ही समाप्त हो गया है। पुनः एमओयू की प्रक्रिया जारी है। MoU के पुनः स्थापित होने पर उचित कार्यवाही की जाएगी।
हालांकि एएआई के आला अधिकारी कह रहे है कि MOU ख़त्म होने से एयरपोर्ट के विस्तार के काम पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। काम जारी है। प्रक्रिया भी चालू है MOU जल्द हो जायेगा। पर केंद्रीय मंत्री के पत्र ने लोगो के मन में कई सवाल खड़े कर दिए है। बताया जा रहा है कि MoU मार्च , 2021 में समाप्त हो गया था। इसके बावजूद कुछ महीनो पहले ही देवघर एयरपोर्ट के उद्घाटन में प्रधानमत्रीं नरेंद्र मोदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बोकारो में जल्द हवाई सेवा शुरू होने की घोषणा की थी।
इधर पिछले महीने धनबाद संसाद पशुपतिनाथ सिंह भी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से दिल्ली मेंजाकर मिले थे और बताया था कि एयरपोर्ट से हवाई उड़ान जल्द चालू होगी। उन्होंने भी MOU ख़त्म होने की कोई बात नहीं बताई थी। इस साल 2022 में ही बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने भी विधानसभा में एयरपोर्ट जल्द चालू करने को लेकर आवाज उठाई थी। विधायक-बीएसएल-जिला प्रसाशन-फारेस्ट और एएआई के अधिकारियो के बीच मीटिंग भी हुई थी पर MOU ख़त्म होने पर कोई चर्चा नहीं हुई थी।
नागरिको के बीच यही मैसेज दिया जाता रहा कि एयरपोर्ट से हवाई उड़ान जल्द चालू होगी। और अब जब लोग आस लगाए बैठे है, तब केंद्रीय मंत्री के भेज गए पत्र में यह इंगित होना की MOU ख़त्म हो चूका है, चौंकाने वाला है। नागरिको के बीच इसको लेकर तीखी प्रतिक्रिया है। लोगों के मन में यह सवाल उभर रहा है कि – क्या अब जब तक एमओयू फिर से नहीं हो जाता तब तक बोकारो एयरपोर्ट में आगे की कारवाई ठप रहेगी ? क्या इस साल हवाई उड़ान नहीं शुरू होगी ?
बताया जा रहा है कि MOU समाप्त होने के करीब एक साल बाद बीएसएल प्रबंधन ने DGCA से एरोड्रम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए आवेदन किया। DGCA ने जून में उसी भेजे गए आवेदन के आधार पर कुछ डाक्यूमेंट्स, मैप और अन्य कागजात मांगे। जिसका जवाब आज तक बीएसएल द्वारा नहीं भेजा जा सका है। जब एएआई उन कागजातों को बीएसएल को देगा तब वह DGCA को भेजा जायेगा। बताया जा रहा है कि अब पेड़ एएआई कटवाएगा। DGCA के टीम के विजिट के पहले पेड़ हट जायेंगे। एएआई के अनुसार पेड़ हटाना अब कोई मुद्दा नहीं है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भेजे गए पत्र में यह है लिखा –
मैं आपको अवगत कराना चाहता हूँ कि बोकारो हवाई अड्डा स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( SAIL ) द्वारा संचालित किया जाता है । भारतीय विमानपतन प्राधिकरण और SAIL के बीच हुए समझौता ज्ञापन ( MoU ) के अनुसार बोकारो हवाई अड्डे पर ATR – 72 प्रकार के विमानों का VFR के ( Visual Flight Rules ) के तहत संचालन के लिए RCS , UDAN – 2 के अंतर्गत बोकारो हवाई अड्डे का विकास कार्य किया जा रहा था। किन्तु उक्त MoU मार्च , 2021 में समाप्त हो गया था।मैं आपको यह भी अवगत कराना चाहता हूँ कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 1772 पेड़ों को काटने का आग्रह बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन से किया गया था जिसे बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन द्वारा खारिज कर दिया गया है । Airports Authority of India (AAI) एवं Steel Authority of India (SAIL) के बीच MoU पुनः स्थापित करने की प्रक्रिया जारी है । MoU के पुनः स्थापित होने पर उचित कार्यवाही की जाएगी । नागर विमानन मंत्रालय ( MOCA ) झारखण्ड सहित देश के सभी राज्यों में हवाई यातायात को सुदृढ बनाने हेतु प्रतिबद्ध है ।