Bokaro: सेल (SAIL) का राउरकेला स्टील प्लांट (RSP) आज अपने ऐतिहासिक निर्णय को लेकर सुर्खियों में है. ऐतिहासिक इसलिए की पूरे सेल भर में एकमात्र राउरकेला इस्पात संयंत्र ही ऐसा है, जिसके प्रबंधन ने अपने कर्मियों के साथ-साथ जनहित में कुछ अच्छा सोचा और अलग किया है. मंगलवार को राउरकेला इस्पात प्रबंधन (RSP) ने अपने अस्पताल का संचालन भारत के सबसे नामचीन अपोलो हॉस्पिटल्स (Apollo Hospitals) को करने के लिए दे दिया है.
इस कदम के लिए राउरकेला स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अतनु भौमिक की सराहना चारों ओर हो रही है. जनहित में उठाए गए इस कदम ने उनके कद को पूरे सेल भर में ऊंचा कर दिया है. सेल के दूसरे इकाइयों में राउरकेला इस्पात प्रबंधन (RSP) का यह निर्णय अब उदाहरण बन गया है. बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) से कई लोगों ने आरएसपी (RSP) के डायरेक्टर इंचार्ज अतुल भौमिक को बधाइयां भेजी है. अब अतनु भौमिक के सोच, दूरदृष्टि और क्रियान्वयन शक्ति दूसरे इकाइयों में भी चर्चा का विषय बनी हुई है.
राउरकेला इस्पात प्रबंधन और अपोलो के बीच हुआ एग्रीमेंट –
राउरकेला इस्पात ट्रस्ट (RIT) और अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड (AHEL) के बीच 20 दिसंबर 2022 को समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। राउरकेला स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अतनु भौमिक, पी.के. सतपथी, ईडी (पी एंड ए) आदि मौजूद थे. अपोलो हॉस्पिटल्स का प्रतिनिधित्व आर कृष्णकुमार ने किया था। बताया जा रहा है कि राउरकेला इस्पात अपने अस्पताल को 1 फरवरी 2023 को ‘‘as is where is’ के आधार पर अपोलो अस्पताल सौंप दिया जाएगा. अपोलो ग्रुप के तहत संचालन और रखरखाव का पूर्ण अधिग्रहण 1 मार्च 2023 से शुरू होगा.
राउरकेला स्टील प्रबंधन ने इस प्रक्रिया के तहत दिया अस्पताल दिया अपोलो को-
वर्तमान में राउरकेला के अस्पताल में 5 डिपार्टमेंट में सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं हैं, अर्थात कार्डियोलॉजी, कार्डियो थोरैसिक और वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस), न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और नेफ्रोलॉजी। अस्पताल सीजीएचएस और बीएसकेवाई जैसी सरकारी योजनाओं के तहत बताई गई विशिष्टताओं में स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं भी प्रदान करेगा। उल्लेखनीय है कि यह अस्पताल अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों और उन्नत सुविधाओं से सुसज्जित 300 बिस्तरों वाला है। इस अस्पताल की मॉनिटरिंग के लिए राउरकेला इस्पात संयंत्र के डॉक्टर इंचार्ज अतनु भौमिक ने ‘राउरकेला इस्पात ट्रस्ट’ (RIT) का गठन किया है. तदनुसार एक निविदा मंगाई गई और अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड को भागीदार के रूप में चुना गया।
इलाज के लिए अब बाहर नहीं जाना होगा राउरकेला वासियो को-
अपोलो अस्पताल देश का एक प्रमुख स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदाता है. उसके पास 39 वर्षों का अनुभव है. यह अस्पताल न केवल राउरकेला के लोगों को, बल्कि निवासियों को भी सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवा प्रदान करेगा। पड़ोसी जिलों और राज्यों के अन्य मरीजों के लिए यह अस्पताल वरदान साबित होगा. लोगों को बेहतर इलाज के लिए अब 400 किलोमीटर दूर नहीं जाना होगा. राउरकेला इस्पात प्रबंधन द्वारा उठाए गए इस कदम से सेल के दूसरे इकाइयों को एक नई रोशनी दिखी है.
सेल के दूसरे स्टील प्लांटों द्वारा संचालित अस्पतालों के लिए राउरकेला उदाहरण-
सेल में ऐसा पहली बार हुआ है जब उसके किसी इकाई द्वारा संचालित अस्पताल को अपोलो जैसे बड़े ग्रुप को दिया गया है. सेल के कई स्टील प्लांटो द्वारा संचालित अस्पताल की हालत दिन-ब-दिन खस्ता होती जा रही है. बढ़िया डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं. जो बढ़िया डॉक्टर हैं या तो वह रिटायर हो रहे हैं या छोड़कर जा रहे हैं. अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था में लगातार गिरावट देखी जा रही है. इससे सबसे अधिक प्रभावित बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) का बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) है.
क्यों नहीं किसी ने बोकारो के BGH के लिए उठाया ऐसा कदम ?
910 बेड का बोकारो जनरल अस्पताल की हालत पिछले कुछ सालों से काफी खराब हो गई है. गिरती चिकित्सा व्यवस्था के चलते लोगो का विश्वास बीजीएच से उठता जा रहा है. सुधार नहीं होने के चलते लोग बीएसएल प्रबंधन को कोस रहे है. बोकारो और आसपास के इलाके का यह सबसे बड़ा अस्पताल है। सुपर स्पेशलिस्ट के नाम पर पूरे बीजीएच में मात्र तीन ही डॉक्टर है. पिछले चंद महीनों में नेफ्रोलॉजी के हेड डॉक्टर मुक्तेश्वर रजक ने रिजाइन कर दिया है. उनके पहले कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ सतीश कुमार ने भी रिजाइन कर दिया था. बीजीएच (BGH) में सिर्फ न्यूरो, पीडियाट्रिक और बर्न डिपार्टमेंट में ही सुपर स्पेशलिस्ट है. हर साल बीएसएल- बीजीएच करोड़ों रुपए खर्च कर अपने कर्मी और अधिकारियों को इलाज के लिए दूसरे शहर में अपोलो जैसे बड़े अस्पतालों में रेफर कर रहा है.
बोकारो में अतनु भौमिक की हो रही तारीफ-
बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) में काम करने वाले कर्मी और बोकारो के लोग राउरकेला इस्पात प्रबंधन के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं. बता दे राउरकेला स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अतनु भौमिक पूर्व में बीएसएल मैं एस्क एक्सक्यूटिव डायरेक्टर (वर्क्स) के पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं. बीएसएल स्टील प्लांट के उत्पादन और प्रॉफिट को बुलंदियों तक पहुंचाने में अतनु भौमिक का बहुत बड़ा योगदान है. राउरकेला स्टील प्लांट के इस ऐतिहासिक निर्णय के बाद, यहां के लोग उनको बीएसएल प्रबंधन से अधिक विजनरी और सर्वश्रेष्ठ बता रहे हैं.