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Bokaro: शहर के बिरसा चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन


Bokaro: अनुसूचित जनजाति मोर्चा द्वारा झारखण्ड प्रदेश के सभी जिलों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया जा रहा जिसके तहत आज बोकारो के नया मोड़ पर जिला अध्यक्ष रामलाल सोरेन के नेतृत्व में हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया।

जिला अध्यक्ष भरत यादव ने कहा कि झारखंड के साहिबगंज के बोरिया मे रुबिया पहाड़िया की निर्मम हत्या 12 टुकड़ों में कटा हुआ मिला। आरोपी का नाम दिलदार अंसारी पीड़िता आरोपी की दूसरी पत्नी थी. दिलदार अंसारी पहले से शादीशुदा था. पहले तो उसने रुबिका को अपने प्यार के जाल में फंसाया और दो साल तक उसके साथ लिव इन में रहा. दोनों ने डेढ़ महीने पहले शादी की थी. रुबिका पहाड़िया जनजाति समुदाय से थी.

जिला अध्यक्ष ने कहा कि अंसारी ने उस पर धर्म बदलने का दबाव डाला और मना करने पर मां मरियम खातून और मामा मैनुल के साथ मिलकर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी. अंसारी सिर्फ इतने पर ही नहीं रुका. आगे उसने जो किया उसको शायद करने में किसी भी आम इंसान की रूह कांप जाए. अंसारी ने मीट काटने वाले हथियार से रुबिका के शव के करीब 50 टुकड़े किए और घर से 500 मीटर दूर जाकर उन्हें ठिकाने लगा दिया. देर शाम जब लोगों ने उस जगह पर कुत्तों को इकट्ठा देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी.

जिला अध्यक्ष ने कहा कि वह पहले से एक बच्चे का पिता है. बोरिया हाट आने-जाने के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और दो साल से दोनों लिव-इन में रह रहे थे. मां और पिताजी दोनों को ये रिश्ता पसंद नहीं था और वो इसका विरोध करते रहे. डेढ़ महीने पहले दोनों घर से भागकर थाने पहुंचे जहां पुलिस ने उनकी शादी करा दी. शादी के बाद ही वो उस पर धर्म परिवर्त का जोर डालने लगे जब उसने बात नहीं मानी तो उसकी हत्या कर दी.

जिला अध्यक्ष ने कहा कि जब से हेमन्त सोरेन की सरकार बनी तब से जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही खास कर आदिवासी समुदाय। प्रतिदिन कही न कही आदिवासी समुदाय के बहन बेटियों के साथ हत्या बलात्कार की घटनाएं अखबारों की सुर्खियों बन रही। आज ही साहेबगंज के मिर्जाचौकी मे आदिवासी समुदाय के युवती के साथ दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई ।इसमे भी आरोपी खास समुदाय से ही।

जिला अध्यक्ष ने कहा कि पिछले तीन सालों से राज्य में धर्मांतरण करने पर विशेष घटनाएं आ रही। खास समुदाय द्वारा पहले नाम बदलकर आदिवासी, अन्य समुदाय के युवतियों को फसाया जाता फिर उनसे शादी की जाती फिर धर्मांतरण न करने पर निर्मम हत्या कर दी जाती।राज्य में धर्मांतरण चरम सीमा पर है।

मौके पर रोहितलाल सिंह,दिलीप श्रीवास्तव, संजय त्यागी, जयदेव राय, ,जयनारायण मरांडी, विक्रम पांडे ,इदर झा, माथुर मंडल, मुकेश राय, ,आनंद मुर्मू, मतोष सोरेन, गोविंद टुडू, अनिल मुर्मू, जितेंद्र नारायण मुर्मू, नन्दकिशोर किस्कू, कृष्ण हेम्ब्रम, मनोज मुर्मू, विक्की लोहरा, आदर्श सोरेन,अनिल सिंह, पियूष आचार्य, धीरज झा,टिकू तापड़िया, आदि मौजूद थे।

 


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