Bokaro: मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) 2023 के तहत फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम आगामी 10 फरवरी से 25 फरवरी 2023 तक चलेगा। इसको लेकर सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले में कुल 2102 बूथ बनाया गया है। सभी वैक्सीनेटरों को प्रशिक्षण दिया जा चूका है।
सभी प्रखंडों में दवा की आपूर्ति कर दी गई है। आम जन बूथ पर आएं, स्वयं दवा खाएं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ. ए. बी. प्रसाद ने कहीं। वह मंगलवार को अपने कार्यालय स्थित सभागार में आहूत संवाददाता सम्मेलन में प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
24 लाख 73 हजार 041 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य
सिविल सर्जन डॉ. ए बी प्रसाद ने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिले के सभी सरकारी विभागों से समन्वय स्थापित किया गया है। जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक भी हुई है। फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर सभी तरह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चूका है। कुल 24 लाख 73 हजार 041 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
दवा खिलाने के कार्य के लिए 9890 ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर एवं इसकी निगरानी के लिए 495 पर्वेक्षकों को लगाया गया है। वहीं, किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रेपिड रिस्पांस टीम (आर आर टी) गठित किया गया है। कार्यक्रम से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या के लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।
उन्होंने बताया कि फलेरिया का कीटाणु हमारे शरीर में कई वर्षों तक रहता है इसका असर हमें दस – 12 वर्षों के बाद होता है। इसलिए इस दवा का सेवन जरूरी है। लगातार पांच वर्षों तक इसका सेवन करने से फलेरिया बीमारी से बचाव होता है।
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाया जाएगा
जिला भी.बी.डी. पदाधिकारी डॉ. रेनू भारती ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाया जाएगा। इसके तहत पहले दिन 10 फरवरी को 2102 बूथ पर एवं शेष 14 दिन 11 से 25 फरवरी तक डोर टू डोर जाकर डीईसी एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी।
सीएस ने दिलाया सभी को संकल्प
मौके पर सिविल सर्जन ने उपस्थित सभी को फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत दवा सेवन करने, दूसरो को ऐसा करने के लिए प्रेरित करने एवं अपने गांव/शहर को फाइलेरिया मुक्त बनाने को लेकर संकल्प दिलाया। संकल्प पत्र को सीएस ने पढ़ा,जिसका सभी ने दोहराव किया।
संवाददाता सम्मेलन में एसीएमओ डॉ. एच के मिश्रा, डॉ. सेलिना, डॉ. उत्तम कुमार, आशीष कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, सभी प्रिंट एवं ईलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि, एनजीओ के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।