Bokaro: शुक्रवार को तीसरे दिन कृषि उपज व पशुधन विधेयक 2022 को झारखंड में लागू किए जाने के विरोध में खाद्यान्न, आलू, प्याज, फल एवं सब्जी के व्यापारियों ने जिले में पूर्णतः बंद रखा। साथ ही शनिवार को मशाल जुलुस निकालने का एलान किया।
चेंबर ने सभी व्यापारियों से अपील की इस संकट की घड़ी में सभी अपनी एकजुटता बनाकर के काले कानून को वापस करने के लिए संघर्ष करें। उपाध्यक्ष अनिल गोयल राजकुमार जयसवाल के नेतृत्व में पूरे बोकारो जिले में व्यापारियों की टीम भ्रमण करके अपने व्यापारियों से इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए सहयोग मांगा है।
उन्होंने कहा कि शनिवार को दुंदीबाग़ बाजार से कल संध्या 5:00 बजे एक मशाल जुलूस का आयोजन किया जाएगा जो नया मोड़ पर समाप्त होगा। महासचिव ने बताया की कृषि बिल के विरोध में किया जा रहे आंदोलन की समीक्षा चेंबर कार्यालय में की गई। जिसमें इस आंदोलन को और तेज करने की आम सहमति बनी।
चेंबर के सचिव सह संयोजक राजकुमार जयसवाल ने ने कहा की बंदी को सफल बनाने के लिए व्यापारियों की टीम का गठन किया गया है। जब तक या कृषि काला कानून वापस नहीं लिया जाता है तब तक बोकारो जिला के सभी खाद्यान्न आलू प्याज फल एवं सब्जी के थोक एवं खुदरा विक्रेता अपनी दुकानें अनिश्चितकालीन के लिए बंद रखेंगे।
संयोजक ने बोकारो जिला के सभी खदान आलू प्याज एवं फल विक्रेता के प्रति आभार प्रकट करते हुए अपनी एकजुटता को बनाए रखने के लिए धन्यवाद दिया।