Bokaro: दक्षिण भारत का मुख्य त्योहार ओणम बहुत ही उत्साह के साथ बोकारो में मनाया गया। ऐसी मान्यता है कि ओणम यानी थिरुओणम के दिन राजा महाबली अपनी समस्त प्रजा से मिलने के लिए आते हैं, जिसकी खुशी में यह त्योहार मनाया जाता है।
सेक्टर 5 स्थित अय्यप्पा मंदिर मे ओणम का त्यौहार मनाने के लिए श्रद्धालुओं, अय्यप्पा सेवा संघम का कार्यकारिणी समिति और केरल वासियों का भीड़ उमड़ी। भगवान अय्यप्पा स्वामी मंदिर को खूबसूरत रंगोली से सजाया गया था।
मान्यता है कि थिरुवोणम के दिन राजा महाबली प्रत्येक मलयाली घर में जाकर अपनी प्रजा से मिलते हैं। उन्हीं के स्वागत में इस दिन घर को अच्छे से सजाया जाता है और साफ-सफाई की जाती है।
अध्यक्ष पी राजगोपाल, उपाध्यक्ष मोहनन नायर, शशींदरण कारत् कोषाध्यक्ष बाबूराज और सभी गणमान्य व्यक्ती लोग मौजूद था। पी राजगोपाल ने कहा कि ओणम केरल का महत्वपूर्ण त्यौहारो मे से एक है। इसमे हिन्दु मुसलमान ईसाई लोग जातिभेद भूल कर एक साथ ओणम त्यौहार मनाते है।
बोकारो मे रह रहे केरल वासी सभी लोग आज का दिन एक साथ ओणम मनाते है। घर मे बहुत तरह का स्वादिष्ट खाना केले के पत्ते मे परोसकर सभी एक साथ आनंद उठाते है।
ओणम पर्व
ओणम पर्व की शुरुआत 20 अगस्त से हुई। इसका समापन 31 अगस्त को होगा। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में हर एक दिन काफी खास होता है। 10वें दिन थिरुवोणम या ओणम पर्व का पर्व मनाया जाता है, जो कि 29 अगस्त 2023, मंगलवार को था।
ओणम का पर्व पूरे दस दिनों तक चलता है। इसके प्रथम दिन को अथम और दसवें दिन को थीरुओणम कहा जाता है। यह उल्लास, उमंग और परंपराओं से भरा हुआ त्योहार है। इस दिन केरल में प्रसिद्ध सर्प नौका दौड़ और कथकली नृत्य का आयोजन किया जाता है।