Bokaro: पिछले 11 दिनों से 32 हाथियों के झुंड ने बेरमो अनुमंडल के विभिन्न प्रखंडों के लोगों की नींद हराम कर रखी है. 19 सितंबर को नवाडीह के पेक-नारायणपुर क्षेत्र में प्रवेश करने वाले झुंड ने अबतक ज़िले में 24 से अधिक घरों, मंदिर एंव स्कूल को क्षतिग्रस्त किया है। कैयो के घरो में घुसकर अनाज खाया है। वर्तमान में हाथियों का यह झुंड गोमिया ब्लॉक में देखा गया है।
ग्रामीणों को मुआवजा देने के लिए संपत्ति के नुकसान का आकलन करने के अलावा, वन विभाग हाथियों की आवाजाही पर निगरानी रख रहा है और हाथियों को गावों से दूर रखने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए बांकुरा (पश्चिम बंगाल) से 12 विशेषज्ञों की एक टीम बुलाई गई है। डीएफओ, रजनीश कुमार ने कहा, “शनिवार को हाथी के झुंड को गोमिया ब्लॉक के झुमरा के आसपास के जंगलों में देखा गया है। उस क्षेत्र में ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है।”
डीएफओ ने कहा, झुंड दुमका और गिरिडीह होते हुए बोकारो आया है. झुंड के हाथी इतने आक्रामक नहीं है. अनाज की तलाश में झुंड रास्ते में पड़ने वाले गांवों में घुसकर घरों को नुकसान पहुंचा रहा है. हम ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए झुंड पर नज़र रख रहे हैं.
शुक्रवार को हाथियों ने बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के रिहायशी इलाके में उत्पात मचाया था. सीसीएल गोविंदपुर परियोजना में सुबह साढ़े चार बजे इन हाथियों की चिंघाड़ की आवाज से ग्रामीणों की नींद खुली. हाथियों ने अनाज की तलाश में दीवारों और खिड़कियों को गिराकर घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. हाथियों ने सड़क किनारे बनी दुकानों को भी गिरा दिया, जिससे सड़क के दोनों ओर वाहन चालक रुक गए.
बाद में झुंड कंजकिरो पहुंचा, जहां हाथियों को भगाने के लिए ग्रामीणों ने पटाखे फोड़े और तेज आवाज की. उसके बाद हाथियों का झुंड गोमिया होते हुए हज़ारीबाग़ चला गया था। लेकिंग कुछ घंटो के बाद वापस गोमिया के दूसरे तरफ निकल आया और अभी वही विचरण कर रहा है।