Bokaro: बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) की नगर प्रसाशन की टीम, आज फिर उसी बस्ती में पहुंची जहां छह दिन पहले, सैकड़ो लोगो ने बीएसएल के एंटी-एन्क्रोचमेंट टीम पर पथराव कर भागने पर मजबूर कर दिया था। बीएसएल के महाप्रबंधक (जलापूर्ति ) लम्बोदर उपाध्याय तथा महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल ) राजुल हरकरनी के नेतृत्व में टीम ने अधूरे काम को पूरा करते हुए बीजीएच गोलम्बर के समीप अनाधिकृत रूप से बने पक्के ढांचे को JCB लगाकर जमींदोज कर दिया।
बीएसएल की टीम पूरी व्यवस्था के साथ JCB लेकर उसी टूटे हुए घर पर पहुंची और बचे हुए बाथरूम के ढांचे को ध्वस्त कर दिया। हालांकि इस बार लोगो ने देखा पर विरोध नहीं किया, बीएसएल की टीम भी जल्द ही ढांचे को गिराकर निकलती बनी।
बताया जा रहा है कि इस तरह की करवाई से बीएसएल ने उसकी जमीन पर अतिक्रमण कर रहनेवालो को यह कड़ा संदेश दिया है कि अब कार्रवाई होगी। अतिक्रमण हटेगा और अगर विरोध हुआ तो FIR भी होगा और अवैध मकान हो या दूकान ध्वस्त भी होगा। अतिक्रमण को लेकर सेल प्रबंधन के बढ़ते दबाव और नीचे एंटी-एन्क्रोचमेंट टीम पर हुए हमले के बाद बीएसएल के ईडी पी&ए राजन प्रसाद और सीजीएम टाउनशिप कुंदन कुमार का तेवर बदला हुआ है।
बताया जा रहा है कि विगत 29 सितम्बर को बीजीएच गोलम्बर के समीप अनाधिकृत रूप से बनाये गए एक कमरे को हटाने का काम अधूरा रह गया था। उस दिन की पथराव की घटना में जीएम ए के सिंह और दो होम गार्ड को हलकी चोटे आई थी। बीएसएल के एंटी-एन्क्रोचमेंट टीम को भागना पड़ा था। तीन गाड़ियों के शीशे टूट गए थे। उस घटना को बीएसएल प्रबंधन ने दिल पर ले लिया है।
वह पहली ऐसी घटना थी जिसमे बीएसएल प्रबंधन ने आगे बढ़कर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ नामजद FIR सेक्टर 4 थाने में किया। जिसमे दो नामजद आरोपियों की गिरफ़्तारी भी हुई है। चार नामजद और 50 अज्ञात आरोपी को पुलिस ढूंढ रही है।
बता दें, बस्ती वाले बीएसएल से बहुत दुखी है। उनका कहना है कि वह पिछले कई वर्षो से रह रहे है। बीएसएल अधिकारियो और कर्मियों के घर में काम-काज कर या फिर प्लांट में लेबर का काम कर गुजारा कर रहे है। अचानक उनपर बीएसएल द्वारा इस तरह की कार्रवाई के बाद वह कहा जायेंगे। उन्हें छत कहा मिलेगी।