Bokaro: समाहरणालय परिसर से बुधवार को राज्य सरकार की महत्वकांक्षी योजना झारखंड राज्य फसल राहत योजना (जेआरएफआरवाई) के संबंध में किसानों/आमजनों को जागरूक करने के उद्देश्य से समाहरणालय परिसर से जागरूकता रथ को रवाना किया गया।
रथ को उपायुक्त (डीसी) कुलदीप चौधरी,पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रियदर्शी आलोक, अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मौके पर अपने संबोधन में उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने कहा कि सार्वजनिक धन और किसानों के कल्याण दोनों को सुरक्षित रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा झारखंड राज्य फसल राहत योजना (जेआरएफआरवाई) के नाम से एक नई योजना शुरू की है।
यह योजना मुख्य रूप से किसी भी प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल क्षति की स्थिति में किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
उपायुक्त ने बताया कि झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना (जेआरएफआरवाई) फसल बीमा योजना न होकर फसल क्षति होने पर किसानों को प्रदान की जानेवाली एक क्षतिपूर्ति योजना है। यह किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में सुरक्षा कवच प्रदान करने तथा एक निश्चित आर्थिक सहायता प्रदान करने के संकल्प को पूरा करता है।
यह योजना भूःस्वामी तथा भूमिहीन किसान दोनों को आच्छादित करता है। किसानों को इस योजना के तहत किसी भी प्रकार के फसल बीमा प्रीमियम भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी तथा उन्हें सीधे तौर पर सरकार द्वारा फसल क्षति की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।
इस योजना से जिले के शत प्रतिशत किसान लाभांवित हो, जागरूकता के लिए आज चास एवं बेरमो अनुमंडल क्षेत्र के लिए अलग-अलग एक जागरूकता रथ को रवाना किया गया। जो संबंधित क्षेत्र अंतर्गत आने वाले सभी प्रखंड/अंचल क्षेत्र का भ्रमण कर किसानों/आमजनों को योजना के संबंध में जागरूक करेगा।उपायुक्त ने ज्यादा से ज्यादा किसानों को इस योजना से लाभांवित होने के लिए पंजीकरण करने का अपील किया।
वहीं, मौके पर उपस्थित जिला सहकारिता पदाधिकारी श्रीमती स्वेता गुड़िया ने योजना अंतर्गत आच्छादित होने के लिए किसानों के आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2023 बताया। कहा कि योजना अंतर्गत खरीफ फसल धान एवं मकई है। योजना के तहत सभी रैयत एवं बटाईदार किसान आवेदन कर सकते हैं।
किसान स्वयं अपने स्मार्ट मोबाइल फोन एवं अपने नजदीकी प्रज्ञा केंद्र पर जाकर https://jrfry.jharkhand.gov.in पंजीकरण करा सकते हैं। योजना के संबंध में अधिक जानकारी के लिए किसान जिला सहकारिता पदाधिकारी कार्यालय/प्रखंड कृषि पदाधिकारी/प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी/लैम्पस-पैक्स/निकटतम प्रज्ञा केंद्रों से संपर्क कर सकते हैं।
मौके पर सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार,प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारी एवं विभागीय अधिकारी व कर्मी आदि उपस्थित थे।