Bokaro: इन दिनों बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में कहीं ख़ुशी, तो कही माहौल गर्म है। बुधवार को पीआरपी की सारी रकम मिलने के बाद जहां अधिकारी खुश है, वही कर्मचारी बोनस में इतनी कम रकम पा कर बेहद चिढ़े हुए है। अधिकारियों के बीच जश्न का माहौल है तो कर्मचारी आंदोलन के मूड में हैं।
ट्रेड यूनियनो ने सेल-बीएसएल (SAIL-BSL) प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूनियन लीडरो ने 7 नवंबर से चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा कर दी है। बताया जा रहा है कि एनजेसीएस यूनियन की सहमति के बगैर ही प्रबंधन ने 23 हजार रुपए कर्मचारियों के खाते में बोनस डाल दिया है, जिसको लेकर आक्रोश है। इधर अधिकारियों को पीआरपी के मद में 50 हजार से लेकर 7 लाख तक मिला है।
BSL अधिकारियों के खाते में आया पीआरपी
बीएसएल सहित सेल अधिकारियों के खाते में पीआरपी की बकाया 40 प्रतिशत राशि बुधवार को आ गयी। 50 हजार से लेकर 7 लाख रु तक मिला है। पीआरपी भुगतान होने से अधिकारियों के चेहरे खिल उठे। बताया जा रहा है कि पीआरपी मद में बीएसएल सेल के अफसरों के बीच 790 करोड़ रु बंटे हैं। दीपावली से पहले बकाये पीआरपी का भुगतान होते ही अधिकारियों के बीच जश्न का माहौल है।
BSL के खिलाफ संयुक्त आंदोलन करेंगे ट्रेड यूनियन
इधर बोनस पर सेल प्रबंधन के एकतरफा फैसले के खिलाफ एनजेसीएस के घटक राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन की बैठक बुधवार को सेक्टर तीन स्थित एटक कार्यालय में हुई। सभी यूनियन ने सेल के इस फैसले का पुरजोर विरोध किया और एक साथ संयुक्त आंदोलन चलाने की आवाज़ बुलंद की। बताया गया कि पहले चरण में सात नवंबर 2023 को एडीएम के पास सेक्शन पर जोरदार प्रदर्शन होगा। उसके बाद जन-जागरण कर दिसंबर माह में सेल में हड़ताल होगी।
अधिकारियों को धन वर्षा, मजदूरों के सामने घाटा का रोना एनजेसीएस नेता राजेंद्र सिंह ने कहा कि सेल प्रबंधन के तानाशाह रवैया का जवाब दिया जायेगा। प्रबंधन ने बोनस पर एकतरफा फैसला से मजदूरों को चोट दिया है। अधिकारियों को धन वर्षा पीआरपी के रूप में किया जाता है। मजदूरों को बोनस देने में घाटा का रोना रोया जाता है। चुपके से मजदूरों के खाते में बोनस डाल प्रबंधन ने मजदूरों को ललकारा है। अब इसके खिलाफ आर-पार की लड़ाई होगी। बीएसएल सहित पूरे सेल में सभी प्लांट व माइस में एक साथ आंदोलन का होगा।