Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन द्वारा लीज रिन्यूअल संबंधी ‘फाइनल नोटिस’ दिए जाने के बाद, शहर के महिला कॉलेज ने निर्धारित राशि देने में असमर्थतता जताई है। बोकारो महिला कॉलेज ने बीएसएल के नगर प्रसाशन विभाग को भेजे गए फाइनल नोटिस के जवाब में लिखा है कि – उसकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल दयनीय है और वह लीज रिन्यूअल की राशि देने में बिलकुल असमर्थ है।
इस तरह के जवाब ने बीएसएल प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को चौंका दिया है। अब बोकारो महिला कॉलेज का अलॉटमेंट कैंसिल करना है या नहीं ? या फिर रियायत देना है ? इस बात का निर्णय ईडी पर्सनल राजन प्रसाद, सीजीएम टीए कुंदन कुमार और जीएम लैंड एंड एस्टेट ए के सिंह के अनुसंशा पर सेल प्रबंधन लेगा। महिला कॉलेज पर तक़रीबन 23.57 करोड़ शुल्क बकाया है।
बताया जा रहा है कि बीएसएल ने बोकारो महिला कॉलेज को भी छह बार नोटिस भेजा गया है। लेकिन फिर भी कोई जवाब नहीं मिला। महिला कॉलेज की लीज अवधि 13 अगस्त 2018 में समाप्त हो गई है। बोकारो महिला कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि अभी कॉलेज में शासी निकाय निष्क्रिय है। शासी निकाय के गठन होते ही लीज संबंधी मामला की बैठक में निर्णय हेतु रखा जाएगा। इसके उपरांत BSL को सूचित किया जाएगा।
महिला कॉलेज प्रबंधन दिए अपने जवाब में यह भी कहा है कि लीज नवीनीकरण की राशि रु० 23,57,50,790/- बहुत ज्यादा है इसे बोकारो महिला कॉलेज देने में बिल्कुल असमर्थ है। कॉलेज 48 वर्षों से अपनी सेवा दे रहा है। तथा इसकी स्थापना में बोकारो स्टील प्लांट की अहम् भूमिका एवं सहयोग रहा है।
प्रबंधन ने पत्र में यह भी सूचित किया है कि बोकारो महिला कॉलेज संबंधन प्राप्त कॉलेज हैं। इसकी आर्थिक स्थिति बिल्कुल दयनीय है। यहाँ के कर्मचारियों को समय पर वेतन भुगतान भी नहीं होता है और जो वेतन भुगतान होता है, वह मात्र गुजारा भत्ता भी नहीं है। कॉलेज प्रबंधन भी लीज नवीकरण के लिए गंभीर है। बीएसएल प्रबंधन इस बड़ी राशि पर गंभीरतापूर्वक विचार करें।