Bokaro: इस भीषण गर्मी में बोकारो स्टील टाउनशिप के अधिकांश सेक्टरों में अवैध हुकिंग के कारण बीएसएल आवासों में रहने वाले लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ रहा है. ओवरलोड के कारण कहीं बिजली कट रही है, कहीं ट्रांसफार्मर का सर्किट उड़ रहा है तो कहीं लो वोल्टेज की समस्या बनी हुई है. अवैध हुकिंग हटाने गई बीएसएल की टीम पर पथराव हो रहा है, बावजूद इसके बोकारो स्टील प्लांट (BSL) प्रबंधन इस पर गंभीर नहीं दिख रहा है.
जनता परेशान है, अवैध हुकिंग पर नेता अधिकारी चुप
बिजली समस्या के समाधान के लिए गुरुवार को बोकारो सर्किट हाउस के सभागार में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में बीएसएल के अधिकारियों ने एक बार भी अवैध हुकिंग का मुद्दा नहीं उठाया. न शिकायत और समाधान पर चर्चा की. झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सह चंदनकियारी विधानसभा अमर कुमार बाउरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में बोकारो, चास और चंदनकियारी से जुड़ी छोटी-बड़ी बिजली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई, लेकिन टाउनशिप में हो रहे अवैध हुकिंग पर किसी ने एक शब्द भी नहीं बोला. इस बैठक में सांसद ढुलू महतो, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, डीसी बोकारो जाधव विजय नारायण राव और बीएसएल के वरीय अधिकारी मौजूद थे.
अवैध हुकिंग का दंश झेल रहे हैं BSL टाउनशिप के लोग
बोकारो स्टील टाउनशिप में शायद ही कोई सेक्टर हो, जहां बड़े पैमाने पर अवैध हुकिंग न हो रही हो। आज शुक्रवार को दुंदीबाग़ से सटे सेक्टर 2 में लोगों की शिकायत पर बीएसएल के विद्युत विभाग की टीम ने जाकर अवैध हुकिंग को हटाया। हुकिंग के कारण वहां बीएसएल के घरों में बिजली गुल हो रही थी। वोल्टेज में उतार-चढ़ाव हो रहा था। ओवरलोड के कारण ट्रांसफार्मर स्टेशन के सर्किट में चिंगारियां निकलने लगी थीं।
इससे पहले मंगलवार को सेक्टर 4 एफ के 7000 सीरीज में अवैध हुकिंग के कारण 24 घंटे तक बिजली बाधित रही थी। हुकिंग हटाने गई बीएसएल की टीम पर तीन बार पथराव किया गया था। हारकर बीएसएल के विद्युत विभाग को दूसरे प्वाइंट से कनेक्शन देना पड़ा। अवैध हूकिंग का ऐसा ही आलम दूसरे सेक्टरों में भी है। बीएसएल की नाक के नीचे सेक्टर 9, सेक्टर 8, सेक्टर 1, सेक्टर 12, सेक्टर 4, सेक्टर 5, सिटी सेंटर में बड़े पैमाने पर अवैध हुकिंग हो रही है.
अवैध हुकिंग पर न तो विधायक बोलते हैं, न कांग्रेस और न ही झामुमो
बोकारो टाउनशिप में वैध तरीके से रह रहे लोगों की सुनने वाला कोई नहीं है। अवैध हुकिंग से सेक्टर में रहने वाले लाखों लोगों की पीड़ा और खटाल में रहने वाले करीब 30 हजार लोगों की मौज सभी जानते हैं। लेकिन सुनने या बोलने वाला कोई नहीं है। इस मुद्दे पर न तो बोकारो विधायक बिरंची नारायण कुछ बोलते हैं और न ही पिछले विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं स्वेता सिंह कभी एक शब्द बोलती हैं। झामुमो नेता भी चुप हैं। जनता त्रस्त है। बीएसएल के अधिकारी भी जनता की परेशानी और कंपनी के करोड़ों के राजस्व नुकसान को हल्के में ले रहे हैं.
बीएसएल के अधिकारी त्रस्त होकर भी डरे हुए हैं, न जाने क्यों ?
कुछ महीने पहले झारखंड राज्य विद्युत विनियामक आयोग की बैठक में अवैध कनेक्शन और हुकिंग को लेकर बीएसएल (SAIL-BSL) के अधिकारियों की कड़ी आलोचना हुई थी। बोकारो टाउनशिप में ट्रांसमिशन लॉस 30 फीसदी से ज्यादा है। नगर प्रशासन विभाग के पास अवैध हुकिंग के कारण बीएसएल आवास में रहने वाले लोगों की शिकायतों की बाढ़ आ गई है। बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज बीके तिवारी से लेकर नगर प्रशासन के बिजली विभाग के छोटे से छोटे कर्मचारी तक सभी अवैध हुकिंग के बारे में जानते हैं, सुनते हैं, बर्दाश्त करते हैं लेकिन कार्रवाई करने से कतराते हैं। पता नहीं क्यों ?
पूरे देश में अवैध हुकिंग का एक उदाहरण है बोकारो टाउनशिप
बोकारो टाउनशिप में जितनी अवैध हुकिंग होती है, उतनी शायद ही देश के किसी और कोने में होती होगी। नेता वोट बैंक के कारण चुप हैं और बीएसएल के अधिकारी न जाने किस डर के कारण चुप हैं। बोकारो टाउनशिप से सटे चास या बारी कोऑपरेटिव, आदर्श कोऑपरेटिव, चीरा चास आदि कॉलोनियों में कोई भी अवैध तार खींचकर बिजली खींचते नहीं दिखेगा। क्योंकि वहां कानून और कानून का डर दोनों कायम है। जो बोकारो टाउनशिप में नहीं दिखता है।
बोकारो टाउनशिप 15000 एकड़ में फैला हुआ है जिसमें 37000 बीएसएल के आवास और 1100 प्लॉट हैं। यहां हजारों जगहों पर अवैध हुकिंग कर बिजली चोरी होती है। जिससे देश की महारत्न कंपनी सेल-बीएसएल (SAIL-BSL) से हर महीने करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। लेकिन आज तक बीएसएल की ओर से एक भी एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई। पता नहीं क्यों ?Click here to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x