Bokaro: जिला टास्क फोर्स ने आज श्रम विभाग के नेतृत्व में बोकारो के सेक्टर एक के राम मंदिर मार्केट स्थित तीन रेस्टोरेंट से तीन बाल श्रमिको को विमुक्त कराया।
जिला धावा दल तथा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष शंकर रवानी ने कहा की बाल मजदूरी रोकने के लिए जिला टास्क फोर्स लगातार छापामारी कर प्रतिष्ठानों को बाल श्रमिक मुक्त करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि बाल मजदूरी कराना कानूनन अपराध है। आज के कार्रवाई के बाद नियोक्ता पर कानूनी कारवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। रवानी ने कहा कि बोकारो जिले में बाल मजदूरी तथा बाल तस्करी रोकने के लिए प्रशासन सक्रिय रूप से भागीदारी निभा रही है। समाज के सभी वर्ग तथा स्टेकहोल्डर को विशेष रूप से बच्चों के अधिकार को लेकर सजग होने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि बाल श्रम से संबंधित मामले की जानकारी कोई भी जिला टास्क फोर्स को दे सकता है। उसपर त्वरित कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया की रेस्क्यू किए गए तीनों बाल श्रमिक 14 वर्ष से कम उम्र के है , जिन्हे पुनर्वासित किया जायेगा। राम मंदिर मार्केट के श्री बालाजी कॉफी हाउस, कान्हा स्वीट्स तथा कॉफी हाउस से बाल श्रमिकों को विमुक्त कराया गया। इस दौरान सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष शंकर रवानी, जिला बाल संरक्षण इकाई की सरिता कुमारी, श्रम विभाग से सुबल चंद्र गोप, संतोष कुमार, सहयोगिनी के गौतम सागर, फुलेंद्र रविदास , अनिल कुमार हेंब्रम शामिल थे। बाल मजदूरो को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया गया है।
बाल कल्याण समिति ने विमुक्त किए गए तीनों बाल श्रमिकों को तत्काल आश्रय के लिए बाल गृह चास भेज दिया गया है। सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर ने कहा कि संस्था बोकारो जिले में बाल तस्करी तथा बाल मजदूरी को लेकर विशेष रूप से कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि जिले में बाल तस्करी तथा बाल मजदूरी के किसी भी प्रकार के मामले की सूचना टोल फ्री नंबर में दिया जा सकता है, उनका नाम गुप्त रखा जाएगा।