Bokaro: राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने एक नई पहल करते हुए किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के लिए तीन दिवसीय मेला ‘तरंग’ का आयोजन किया गया है। मेला का आयोजन बोकारो स्टील क्षेत्र अंतर्गत सेक्टर-5 स्थित बोकारो क्लब में 5 जुलाई 2024 से शुरू होकर 7 जुलाई 2024 तक आयोजित किया जायेगा।
उक्त मेला का उद्घाटन आज दिनांक 05 जुलाई, दिन शुक्रवार को उप विकास आयुक्त गिरजा शंकर प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया। उक्त मेला में कलाकार और प्राथमिक उत्पादक अपने अनूठे उत्पादों के साथ मेले में अपने उत्पादों का प्रदर्शन और विपणन करेंगे। मौके पर डीडीएम नाबार्ड फिलमोन बिलुंग, जिला कृषि पदाधिकारी उमेश तिर्की, जिला मत्स्य पदाधिकारी परिशेरती भार्गवी, जेएसएलपीएस डीपीएम प्रकाश रंजन सहित क्षेत्रीय प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक, एजीएम, नाबार्ड, केवीके, एसएफएसी के प्रतिनिधि और मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
■ किसान भाईयों के उत्पादों को खरीदकर उनका उत्साहवर्धन करें-
मेला उद्घाटन के बाद सभी किसानों को डीडीसी गिरजा शंकर प्रसाद ने संबोधित किया एवं मेले में लगे खाद्य पदार्थो व विभिन्न वस्तुओं के स्टोलों का भी निरीक्षण कर कुछ खरीदारी भी किया। साथ ही जिले के सभी आम नागरिकों से अनुरोध किया कि आप सभी उक्त किसान मेला में आकर उनके द्वारा बनाएं विभिन्न वस्तुओं की खरीदारी करें तथा उन्हें बढ़ावा दे ताकि किसान लोग और बढ़- चढ़कर अपने उत्पाद को आगे बढ़ावे। उन्होंने आगे कहा कि नाबार्ड के इस अभिनव कदम का उद्देश्य एफपीओ की सामूहिकता का जश्न मनाना और उनके प्रयासों को पहचानना है। मेले में भाग लेकर राज्य के कृषि उत्पादक संगठनों से जुड़े किसान भाईयों के उत्पादों को खरीदकर उनका उत्साहवर्धन करें और उनके प्रयासों को सराहें।
■ एफपीओ के उत्पादों को बढ़ावा देना और विपणन के लिए एक मंच प्रदान करना-
डीडीएम नाबार्ड फिलमोन बिलुंग ने कहा कि मेले का उद्देश्य एफपीओ के उत्पादों को बढ़ावा देना और विपणन के लिए एक विशेष मंच प्रदान करना है। नाबार्ड द्वारा आयोजित इस मेले में लघु कृषक कृषि-व्यापार संघ (एसएफएसी) और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स का सहयोग भी शामिल है। आगे कहा कि इस मेले में प्रदेश के 38 से अधिक कृषक उत्पादक संगठनों के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध है। इनमें मिलेट्स आधारित उत्पाद, दालें, डेयरी आधारित उत्पाद, मसाले, लघु वनोपज, अचार, गुड़ एवं खाद्य तेल शामिल हैं।
यह मेला न केवल किसानों के उत्पादों को बाजार प्रदान करेगा, बल्कि उनके अनुभवों को साझा करने और सर्वोत्तम कार्यों का प्रदर्शन करने का एक अद्भुत मंच भी होगा। साथ ही उन्होंने बोकारो के नागरिकों से अनुरोध किया कि वे झारखंड और आस-पास के राज्यों से कला, शिल्प और अन्य कृषि उत्पादों के मिश्रण का अनुभव करे। मौके पर विभिन्न जिलों के किसान व अन्य उपस्थित थे।