केंद्र सरकार ने फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (FSNL) के निजीकरण को मंजूरी दे दी है। जापानी कंपनी कोनोइक ट्रांसपोर्ट को एफएसएनएल की पूरी हिस्सेदारी और प्रबंधन नियंत्रण सौंपा जाएगा।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने एमएसटीसी लिमिटेड (MSTC) की 100% इक्विटी शेयरधारिता वाली फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड (FSNL) को 320 करोड़ रुपये में बेचने की मंजूरी दी। इस बिक्री के साथ प्रबंधन नियंत्रण भी कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड को सौंपा जाएगा।
FSNL का परिचय और इसकी सेवाएं
एफएसएनएल, जो इस्पात मंत्रालय (MoS) के अंतर्गत एमएसटीसी लिमिटेड की सहायक कंपनी है, 1979 में स्टील मिल सेवाओं के लिए स्थापित की गई थी। यह इस्पात उत्पादन के दौरान उत्पन्न स्लैग और कचरे से स्क्रैप की रिकवरी और प्रोसेसिंग में विशेषज्ञ है।
प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया और उच्चतम बोलीदाता
अक्टूबर 2016 में, CCEA ने एमएसटीसी के एफएसएनएल में हिस्सेदारी के रणनीतिक विनिवेश को मंजूरी दी थी। इसके बाद, 2022 में इच्छुक बोलीदाताओं से बोलियां आमंत्रित की गईं, जिनमें से कोनोइक ट्रांसपोर्ट ने 320 करोड़ रुपये की उच्चतम बोली लगाई। दूसरी बोली इंडिक जियो रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड की थी, जो चंदन स्टील की सहायक कंपनी है।
कोनोइक का स्टील में लंबा अनुभव
कोनोइक ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध एक बहुआयामी जापानी निगम है। कोनोइक का स्टील डिवीजन इस कंपनी का एक लंबे समय से स्थापित खंड है, जिसके पास स्टीलवर्क से जुड़े कामकाज में 140 से अधिक वर्षों का अनुभव है। यह प्रभाग कच्चे माल की स्वीकृति से लेकर मैन्यूफैक्चरिंग प्रक्रियाओं, स्लैग उपचार, स्क्रैप प्रसंस्करण, परीक्षण, पैकेजिंग और स्टील उत्पादों की डिलीवरी, ग्राहकों के संचालन का समर्थन करने तक की व्यापक सेवाएं प्रदान करता है। यह प्रभाग परफेक्ट रीसाइक्लिंग प्रणाली जैसी रीसाइक्लिंग परियोजनाओं में भी संलग्न है, जो द्वितीयक अपशिष्ट उत्पन्न किए बिना औद्योगिक कचरे की रीसाइक्लिंग करता है।
लेन-देन के अंतिम चरण में पहुंचा निजीकरण
अब यह सौदा समापन चरण में है। अगले कदमों में आवंटन पत्र जारी करना, शेयर खरीद समझौते (SPA) पर हस्ताक्षर करना, और लेन-देन को पूरा करना शामिल है।
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