Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में स्थापना के समय से अब तक सेक्रेट बैलेट इलेक्शन (Secret Ballot Election) के माध्यम से यूनियनों का सदस्यता सत्यापन नहीं हुआ है। इस मुद्दे पर बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ (BAKS) ने रांची उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर किया है। बीएकेएस ने अपने वकील के माध्यम से कोर्ट से अपील की है कि संबंधित पक्षों को निर्देशित किया जाए ताकि प्लांट में सभी यूनियनों का सदस्यता सत्यापन प्रक्रिया सेक्रेट बैलेट इलेक्शन द्वारा सुनिश्चित हो सके।
वर्तमान में किसी भी यूनियन को मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन का दर्जा नहीं मिला है, जिसके कारण बीएकेएस (BAKS) ने कई बार सीएलसी और डीएलसी को पत्र भी लिखा था। संज्ञान नहीं लेने पर बीएकेएस ने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
यूनियन द्वारा उठाए गए मुद्दे
दायर मुकदमे में बीएकेएस (BAKS) ने आरोप लगाया है कि बिना सदस्यता सत्यापन के सात यूनियनों को वायबल यूनियन का दर्जा दे दिया गया है। झारखंड श्रम विभाग में बिना रजिस्ट्रेशन के भी कुछ यूनियनों को वायबल यूनियन के रूप में मान्यता दे दी गई है। इसके अतिरिक्त, बिना किसी यूनियन के ही एक विशेष व्यक्ति को मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन नेता का दर्जा दे दिया गया है। कुछ यूनियन के खास गुट को बिना दस्तावेजों के पीएफ कमेटी, कैंटीन कमेटी, और सुरक्षा कमेटी में स्थान दे दिया गया है। इसके अलावा, बोकारो स्टील प्लांट में ज्वाइंट वर्क्स काउंसिल और शिकायत निवारण कमेटी का गठन नहीं किया गया है, जिससे कर्मचारियों के अधिकारों का हनन हो रहा है। Click to join Whatsapp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
प्रबंधन पर आईडी एक्ट उल्लंघन का आरोप
बीएकेएस (BAKS) के अध्यक्ष हरिओम ने बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) प्रबंधन पर खुलकर आईडी एक्ट 1947 के उल्लंघन का आरोप लगाया है, जो अनफेयर लेबर प्रैक्टिस (Unfair Labour Practice) की श्रेणी में आता है। हरिओम ने कहा कि अनफेयर लेबर प्रैक्टिस के मुद्दे पर बीएकेएस (BAKS) की यूनियन एक अलग मुकदमा भी दायर करेगी ताकि कर्मचारियों को न्याय मिल सके।
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