2019 के विधानसभा चुनाव में बोकारो में कांग्रेस की स्वेता सिंह और बीजेपी के बिरंची नारायण के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। स्वेता सिंह ने अपने प्रचार अभियान पर 13.51 लाख रुपये खर्च किए, जबकि बिरंची नारायण ने लगभग 14.92 लाख रुपये का खर्च किया। दोनों उम्मीदवारों ने जनसभाओं और रैलियों के माध्यम से जनता के बीच अपनी पहुँच बनाने का प्रयास किया। वित्तीय दृष्टिकोण से बीजेपी का अभियान अधिक प्रभावी रहा। दोनों को अपने-अपने दलों से अच्छी फंडिंग मिली थी। अब 2024 विधानसभा चुनाव में फिर से ये दोनों मैदान में हैं, देखना होगा कि इस बार कौन कितना खर्च करता है और विजयी होता है। Click to join Whatsapp–https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
कांग्रेस की स्वेता सिंह का प्रचार खर्च 13.51 लाख रुपये
2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार स्वेता सिंह ने अपनी चुनावी मुहिम पर कुल 13.51 लाख रुपये खर्च किए। उनका खर्च जनसभाओं, रैलियों, प्रचार सामग्री और सोशल मीडिया प्रचार में बंटा था। पार्टी ने उन्हें इस अभियान के लिए 10 लाख रुपये फंड मुहैया कराया, जबकि जनता से 99,500 रुपये सहयोग मिला और 3.31 लाख रुपये का निजी योगदान दिया गया।
बीजेपी के बिरांची नारायण का खर्च 14.92 लाख रुपये
दूसरी ओर, बीजेपी के उम्मीदवार बिरांची नारायण ने अपनी चुनावी मुहिम में लगभग 14.92 लाख रुपये खर्च किए। उनके खर्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में लगाए गए 3.34 लाख रुपये भी शामिल थे। इस अभियान के लिए उन्हें बीजेपी से 15 लाख रुपये की सहायता मिली थी। क्लिक कर व्हाट्सप्प ज्वाइन करें – https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
जनसभा और रैली खर्च में बढ़त: कौन रहा आगे ?
स्वेता सिंह ने जनसभाओं और रैलियों पर 3.72 लाख रुपये खर्च किए, जबकि बिरांची नारायण ने इसी मद में 4.14 लाख रुपये लगाए, जिससे वे इस खर्च में आगे रहे। दोनों ने अपने-अपने तरीकों से जनता तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन बीजेपी की ओर से किए गए निवेश ने बिरांची नारायण को थोड़ी बढ़त दिलाई।
प्रचार सामग्री पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच अंतर
प्रचार सामग्री पर स्वेता सिंह ने 59,325 रुपये खर्च किए, जबकि बिरांची नारायण ने इस मद में 2.44 लाख रुपये लगाए, जो कांग्रेस उम्मीदवार के खर्च से काफी अधिक था। बीजेपी की रणनीति में प्रचार सामग्री को अधिक प्राथमिकता दी गई। क्लिक कर व्हाट्सप्प ज्वाइन करें – https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
मीडिया और सोशल मीडिया पर खर्च में संतुलन
प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, और सोशल मीडिया प्रचार के लिए स्वेता सिंह ने 97,900 रुपये खर्च किए, जबकि बिरांची नारायण का खर्च 96,213 रुपये रहा। इस मामले में दोनों उम्मीदवारों ने लगभग समान खर्च किया, लेकिन उनकी प्रचार शैली में कुछ अंतर दिखाई दिया।
प्रचार वाहनों पर बढ़ा खर्च
प्रचार वाहनों पर स्वेता सिंह ने 84,409 रुपये लगाए, जबकि बिरांची नारायण ने 3.62 लाख रुपये खर्च किए। इस मद में बीजेपी उम्मीदवार का खर्च कांग्रेस से अधिक रहा, जिससे वे अपने क्षेत्र के अधिक हिस्सों में पहुंच सके।
प्रचार कार्यकर्ताओं और सहयोगियों पर खर्च
स्वेता सिंह ने प्रचार कार्यकर्ताओं पर 1.98 लाख रुपये खर्च किए, जबकि बिरांची नारायण ने इस मद में 3.35 लाख रुपये का निवेश किया। बीजेपी के उम्मीदवार के लिए कार्यकर्ताओं की भागीदारी एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही। क्लिक कर व्हाट्सप्प ज्वाइन करें – https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
चुनाव खर्च का समग्र विश्लेषण
इन आंकड़ों से साफ है कि बीजेपी उम्मीदवार बिरांची नारायण ने कांग्रेस की स्वेता सिंह से अधिक खर्च किया, विशेषकर प्रचार सामग्री, वाहनों, और रैलियों पर। दोनों उम्मीदवारों ने अपनी-अपनी रणनीति के हिसाब से खर्च किया, लेकिन बीजेपी का प्रचार अभियान आर्थिक दृष्टिकोण से भारी पड़ा। क्लिक कर व्हाट्सप्प ज्वाइन करें – https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
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