Bokaro: धनबाद के सांसद ढुलू महतो इन दिनों बोकारो स्टील प्लांट (BSL) से जुड़ी विस्थापितों (Displaced) की समस्याओं को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। गुरुवार को इस्पात मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक के बाद उन्होंने केंद्रीय इस्पात मंत्री (Steel Minister) एच.डी. कुमारस्वामी से मुलाकात की। सांसद ने विस्थापितों की कठिनाइयों को उजागर करते हुए कहा, “विस्थापन का दंश झेल रहे लोगों की व्यथा को शब्दों में बयां करना कठिन है। उनकी आजीविका और पुनर्वास की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। कई विस्थापित गांव आज भी पंचायत के दर्जे से वंचित हैं, और जिन लोगों ने अपनी जमीन दी, उन्हें उनका हक नहीं मिला। मुझे उम्मीद है कि आप इस दिशा में ठोस कदम उठाएंगे।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
रोजगार और विस्थापितों के पुनर्वास पर दिया जोर
सांसद महतो ने विस्थापित गावों में बढ़ती बेरोजगारी और उजड़े दुकानदारों के मुद्दों को प्राथमिकता से उठाया। उन्होंने कहा, “बीएसएल को विस्थापितों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने चाहिए। इसके साथ ही, नियोजन और पुनर्वास के अटके मामलों को तुरंत हल करना चाहिए।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
बैठक में हरित इस्पात और विकास योजनाओं पर चर्चा
इस्पात मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक में पर्यावरण-अनुकूल इस्पात उत्पादन और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के तरीकों पर चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी (H. D. Kumaraswamy) ने कहा, “आने वाले समय में इस्पात की मांग तेजी से बढ़ेगी। हमें इस्पात उत्पादन को बढ़ाकर देश के विकास में योगदान देना होगा।” सांसद ढुलू महतो (MP Dhanbad Dhulu Mahto) ने बैठक में सुझाव दिया कि बीएसएल की उत्पादन क्षमता को 4.5 मिलियन टन से बढ़ाकर 10 मिलियन टन किया जाए। सांसद ने स्क्रैप प्रबंधन को बेहतर तरीके से उपयोग करने का भी सुझाव दिया।
बोकारो स्टील प्लांट में पर्यावरणीय सुधार की आवश्यकता: सांसद ढुलू महतो
सांसद महतो ने स्टील मंत्री के समक्ष बोकारो स्टील प्लांट (BSL) में पुराने तरीकों से स्टील उत्पादन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में प्रदूषण नियंत्रण से बाहर है, और ब्लास्ट फर्नेस, कोको वैन, साइन्टर प्लांट और एसएमएस में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। यदि हरित और पर्यावरण अनुकूल इस्पात का उत्पादन करना है, तो सबसे पहले प्रदूषण को नियंत्रित करना होगा। महतो ने बोकारो में हाई-टेक्नोलॉजी वाले इस्पात कारखाने की आवश्यकता की बात की, जो पर्यावरण के अनुकूल हों। उन्होंने यह भी कहा कि बोकारो में उच्च कार्बन स्टील के कारण भारी मात्रा में बना हुआ इस्पात पड़ा रहता है, जबकि कच्चे माल की गुणवत्ता उच्च स्तर की नहीं आती। इसके लिए, कोक, आयरन ओर और लाइम की अच्छी गुणवत्ता मंगाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, बोकारो में पड़े हजारों टन स्क्रैप का भौतिक सर्वेक्षण कर पुनः उपयोग की आवश्यकता है।
सेमिनार में जुटाए जायेंगे विस्थापित हित के दस्तावेज: साधु शरण गोप
बीएसएल लैंड डोनर फेडरेशन ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि 22 दिसंबर को जाहेरथान में विस्थापितों के हितों पर केंद्रित सेमिनार आयोजित किया जाएगा। इस दौरान विस्थापित अपने कानूनी दस्तावेज लेकर आएंगे, जिन्हें इस्पात मंत्री के दौरे के समय प्रस्तुत किया जाएगा। बोकारो के वरिये नेता साधु शरण गोप (Sadhu Saran Gope) ने कहा कि, “यह समय एकजुट होने का है। हमें अपनी मांगों को मजबूती से रखने के लिए पूरी तैयारी करनी होगी।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
विस्थापितों के समर्थन में सांसद का बड़ा कदम
साधु शरण गोप ने कहा कि सांसद महतो ने विस्थापितों के 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ इस्पात मंत्री और सेल के चेयरमैन से मुलाकात की। मंत्री ने समस्याओं को गंभीरता से सुना और बोकारो दौरे का आश्वासन दिया। हालांकि, प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि सेल चेयरमैन का रवैया निराशाजनक था। वक्ताओं ने कहा, “बीएसएल के पास विस्थापितों के लिए कोई ठोस एजेंडा नहीं है। अब वक्त आ गया है कि हम एकजुट होकर अपने हक के लिए लड़ें।”
विस्थापितों को एकजुट होने का संदेश
प्रेस कॉन्फ्रेंस में फेडरेशन के वरिष्ठ नेताओं ने विस्थापितों से आग्रह किया कि वे अपने सभी दस्तावेजों के साथ सेमिनार में उपस्थित हों। उन्होंने कहा, “यह अंतिम मौका हो सकता है। हमें सांसद ढुलू महतो के प्रयासों का साथ देना होगा और अपने अधिकारों को प्राप्त करने के लिए संगठित होना होगा।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x