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CCL क्वार्टर विवाद: जयराम महतो पर FIR, JKLM की चेतावनी- अब CCL खाली कराए सभी अवैध कब्जे


Bokaro: बेरमो अनुमंडल के मकोली में बुधवार देर रात एक तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, जब पुलिस ने सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) के क्वार्टर को खाली कराने की कोशिश की। इस क्वार्टर पर झारखंड लोकतांत्रिक क्रांति मोर्चा (JLKM) के सदस्यों ने कब्जा कर लिया था। मामले के केंद्र में डुमरी विधायक जयराम कुमार महतो थे, जिन्होंने पुलिस के साथ तीखी बहस की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस मामले में पुलिस ने जयराम महतो और उनके समर्थको के खिलाफ FIR दर्ज़ की है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

रातभर चला गतिरोध, पुलिस और समर्थकों के बीच तनाव
बुधवार रात JLKM के कार्यकर्ता चंद्रपुरा थाना क्षेत्र के सेंट्रल कॉलोनी मकोली में इकट्ठा हुए, जिससे माहौल अशांत हो गया। पुलिस और सैकड़ों समर्थकों के बीच यह गतिरोध सुबह 3 बजे तक जारी रहा। गुरुवार सुबह तक सेंट्रल कॉलोनी में भारी पुलिस बल तैनात थी और JLKM समर्थकों की भीड़ जमा थी।

एसपी ने की कार्रवाई की पुष्टि
बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने बताया, “सीसीएल सुरक्षा अधिकारी की शिकायत पर विधायक जयराम महतो और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। अवैध कब्जा हटाया गया है।” पुलिस ने विभिन्न धाराओं 191(2), 190, 223, 126(2), 115(2), 333, 303(2), 132, 308(3), 352, 351(2) के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें चोरी, अवैध प्रवेश आदि आरोप शामिल हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

विधायक का धरना: वाहन पर लेटे, पुलिस को दी चुनौती
घटना के दौरान विधायक जयराम महतो ने विवादित क्वार्टर के बाहर धरना दिया। वे एक वाहन के ऊपर चादर और तकिया लेकर लेट गए और पुलिस को चुनौती देते हुए कहा, “हम विधायकी अपने पॉकेट में रखते हैं। अकेला जयराम महतो ही काफी है।” वायरल वीडियो में महतो पुलिस को संबोधित करते हुए सख्त लहजे में बात करते दिखे। उन्होंने पुलिस पर कोयला तस्करी में मिलीभगत के भी आरोप लगाए।

CCL क्वार्टर पर कब्जे का विवाद
घटना की शुरुआत बुधवार शाम हुई, जब JLKM कार्यकर्ताओं ने CCL के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए आवंटित डी-टाइप क्वार्टर पर कब्जा कर लिया। इसे झंडे, बैनर, कुर्सियों और कालीनों से सजा दिया गया। यह क्वार्टर तीन प्रबंधन प्रशिक्षु (MT) को आवंटित था। CISF ने कब्जा हटाने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

CCL अधिकारियों की सफाई
CCL धोरी के महाप्रबंधक ने स्पष्ट किया कि यह क्वार्टर तीन अधिकारियों, विनय वर्मा, राहुल राज और पदुमन कुमार को संयुक्त रूप से आवंटित किया गया था। पूर्व प्रोजेक्ट अफसर ने इसे चार दिन पहले खाली किया था।

विधायक ने उठाए कई सवाल
विधायक महतो ने पुलिस से अन्य अवैध कब्जों को पहले हटाने की मांग की। उन्होंने CCL अधिकारियों पर भी कई आरोप लगाए। महतो ने कहा कि अन्य नेताओं ने भी CCL क्वार्टर पर कब्जा किया हुआ है, उनसे क्यों नहीं खाली कराते है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

झारखंड लोकतांत्रिक क्रांति मोर्चा (JKLM) का बयान

JKLM के केंद्रीय प्रवक्ता विजय कुमार सिंह ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से यह मामला चल रहा था। पार्टी की ओर से पिछले 15 दिनों में चार अलग-अलग आवेदन CCL के महाप्रबंधक (जीएम) को दिए गए थे। इन आवेदनों में डुमरी के विधायक जयराम महतो के नाम पर एक क्वार्टर आवंटित करने की मांग की गई थी, ताकि जनता दरबार के लिए स्थान उपलब्ध हो सके।

विजय कुमार सिंह ने बताया कि CCL क्षेत्र में 5500 से अधिक क्वार्टरों पर अनधिकृत कब्जा है, ऐसे में एक क्वार्टर को मुद्दा बनाना अनुचित है। उन्होंने कहा कि GM ने मौखिक आश्वासन दिया था कि यह क्वार्टर जल्द ही विधायक महतो के अनुरोध पर आवंटित कर दिया जाएगा। यहां तक कि दो दिन पहले भी GM ने कार्यकर्ताओं को क्वार्टर में प्रवेश करने और दो दिनों के भीतर अलॉटमेंट ऑर्डर देने का वादा किया था। बावजूद इसके, बैक डेट से यह क्वार्टर तीन प्रशिक्षु अधिकारियों के नाम आवंटित कर दिया गया। विजय कुमार सिंह ने इसे GM की दोहरी नीति और पक्षपातपूर्ण रवैया बताया।

उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने अपने आकाओं को खुश करने के लिए कार्यकर्ताओं के चार आवेदनों को नजरअंदाज किया और बैक डेट से आवंटन कर दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में 5500 क्वार्टर अनधिकृत कब्जे में हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। केवल विधायक महतो और उनके समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है। सिंह ने यह भी सवाल उठाया कि जब विधायक के समर्थक पहुंचे तो चार थानों की पुलिस को बुलाने की जरूरत क्यों पड़ी। उन्होंने इसे पक्षपातपूर्ण और विधायक के अधिकारों का उल्लंघन करार दिया। ये कार्रवाई बेरमो विधायक कुमार जयमंगल के इशारे पर हुई है। 

 


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