Bokaro: बोकारो के सेक्टर-2 स्थित गुरुद्वारा में शनिवार से शुरू हुए पाठ का समापन रविवार को श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती के विशेष आयोजन के साथ किया गया। इस अवसर पर हरप्रीत कौर की कीर्तन मंडली ने भक्तिमय कीर्तन प्रस्तुत किया। गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल के बच्चों ने भी सुंदर कीर्तन से श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
पंजाब और रांची से पहुंचे रागी जत्थों ने किया संगत को मंत्रमुग्ध
कार्यक्रम में रांची से भरपूर सिंह के नेतृत्व में आए रागी जत्थे और पंजाब से आए बलक्रार् सिंह ने विशेष कीर्तन प्रस्तुत किया। चास और बोकारो की संगत ने मिलकर इस पवित्र अवसर पर श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती को हर्षोल्लास के साथ मनाया।
गुरु गोविंद सिंह की जीवनी पर डाला गया प्रकाश
आयोजन के दौरान श्री गुरु गोविंद सिंह जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि उन्होंने मुगलों के अत्याचार के खिलाफ खालसा पंथ की स्थापना की थी। उन्होंने कहा था, “सखा लाख से एक लड़ाउं, चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाउं, तबै गुरु गोविंद सिंह नाम कहलाउं।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
1666 में पटना में जन्मे गुरु गोविंद सिंह सिखों के 10वें गुरु थे। माता गुजरी देवी और गुरु तेगबहादुर जी के पुत्र गुरुजी का नाम उनके बचनों के अनुसार गोविंद राय रखा गया। 1699 में वैशाखी के दिन गुरुजी ने पंज प्यारों से अमृत छक कर अपना नाम गोविंद राय से गुरु गोविंद सिंह रखा। उन्होंने 1699 में धर्म और समाज की रक्षा के लिए खालसा पंथ की स्थापना की। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
लंगर और श्रद्धालुओं की उपस्थिति
कार्यक्रम का समापन गुरुद्वारे में सभी श्रद्धालुओं द्वारा लंगर छकने के साथ हुआ। इस अवसर पर सुरेंद्र पाल सिंह, सचिव गुरमेल सिंह, सुरजीत सिंह, राम सिंह, इकबाल सिंह, यशपाल सिंह, हरदीप सिंह, तरसेम सिंह, शैलेंद्र सिंह, मनप्रीत सिंह, तजींदर सिंह, लखविंदर सिंह समेत बड़ी संख्या में संगत उपस्थित रही। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
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