बसंत पंचमी के अवसर पर बोकारो में विद्या की देवी सरस्वती की पूजा हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। शैक्षणिक संस्थानों और पूजा समितियों ने देवी सरस्वती की भव्य प्रतिमाएं स्थापित कीं और पारंपरिक पूजा विधियों का पालन करते हुए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए। इस दौरान बच्चों और युवाओं ने श्रद्धापूर्वक पूजा में भाग लिया। शैक्षणिक संस्थानों और पूजा समितियों में भव्य सरस्वती पूजा- See Video
भारत एकता को-ऑपरेटिव में एक विशेष पंडाल ने सबका ध्यान आकर्षित किया, जहां प्रिंस आर्यन, जो DAV-4 के 8वीं कक्षा के छात्र हैं, ने अपनी अद्भुत मूर्तिकला का प्रदर्शन किया। प्रिंस ने अपने आंगन में 5 फीट लंबी माता सरस्वती की मूर्ति बनाई, जो अपनी जीवंतता और आकर्षण से सभी को मंत्रमुग्ध कर रही थी। उन्होंने यह मूर्तियां मिट्टी, पुट्टी और घर में पड़ी वस्तुओं से बनाई, जो उनके कला के प्रति समर्पण और निपुणता को दर्शाती हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
मालती रेजीडेंसी में पतंगों से सजा सरस्वती पूजा पंडाल
मालती रेजीडेंसी में बनाए गए पतंगों से सजे सरस्वती पूजा पंडाल की भी खूब चर्चा हुई। महिला समूहों ने इस पंडाल में माँ सरस्वती की पूजा अर्चना की। पंडाल को पतंगों से खूबसूरती से सजाया गया था और अंदर की सजावट ने उसमें चार चाँद लगा दिए। आयोजनकर्ता नितेश कुमार ने बताया कि इस पंडाल को देखने के लिए कई लोग पहुंचे और दिन में महाप्रसाद के रूप में खिचड़ी का वितरण किया गया। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
चास और बेरमो में पारंपरिक पूजा और भव्य मूर्तियां
इसके अलावा, चास और बेरमो के कई स्थानों पर विशेष आकर्षण था, जहाँ पूजा समितियों ने सजावट और मूर्तियों की भव्यता में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। इन स्थानों पर पारंपरिक विधियों के साथ देवी सरस्वती की पूजा की गई और श्रद्धालुओं ने उनके आशीर्वाद की कामना की। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x