Bokaro Steel Plant (SAIL) Hindi News

झारखंड प्रदूषण बोर्ड ने की जांच, BPSCL की रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपी, अब क्या होगा ?


Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के पावर प्लांट, बोकारो पावर सप्लाई कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (BPSCL) के फ्लाई ऐश पोंड भर जाने के कारण कूलिंग पोंड में राख मिश्रित काले पानी की समस्या गहराती जा रही है। इस मामले की जांच कर झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) ने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि JSPCB की टीम ने कुछ दिन पहले फ्लाई ऐश पोंड का निरीक्षण किया था और अपनी रिपोर्ट में महत्वपूर्ण तथ्य दर्ज किए हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1xबिना फ्लाई ऐश पोंड के चल रहा है प्लांट
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बीपीएससीएल देश का एकमात्र पावर प्लांट बन गया है, जो पिछले पांच-छह महीनों से बिना फ्लाई ऐश पोंड के संचालित हो रहा है। यही नहीं, बीएसएल प्लांट का स्लज कम्पार्टमेंट फ्लाई ऐश पोंड में तब्दील हो गया है। हाल ही में अधीनस्थ विधानसभा समिति के अध्यक्ष और जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सरयू राय ने बीपीएससीएल फ्लाई ऐश पोंड का निरीक्षण किया और इस गंभीर पर्यावरणीय खतरे पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि ऐश पोंड भर जाने के कारण प्लांट से निकलने वाला राखयुक्त पानी सीधे कूलिंग पोंड में गिर रहा है, जिससे यह प्रदूषित पानी गर्गा नदी और दामोदर नदी में मिल रहा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

औद्योगिक जल प्रदूषण से गंभीर खतरा
बीपीएससीएल से होने वाला जल प्रदूषण स्थानीय निवासियों और पर्यावरण के लिए गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। कंपनी के फ्लाई ऐश प्रबंधन में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, बीपीएससीएल की फ्लाई ऐश प्रबंधन बिलकुल भी प्रभावी नहीं है। ब्रिक्स फैक्ट्री महज दिखावे के लिए है और इसका उत्पादन नाममात्र ही हो रहा है। सीमेंट फैक्ट्री में बहुत कम फ्लाई ऐश भेजा जाता है। इसके अलावा, NHAI द्वारा सड़कों के किनारे फ्लाई ऐश उठाने की प्रक्रिया भी बंद कर दी गई है, जिससे समस्या और गंभीर हो गई है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

वर्षों से जारी फ्लाई ऐश संकट
बताया जा रहा है कि बीपीएससीएल (BPSCL) हर साल लगभग 5.5 से 6 लाख टन फ्लाई ऐश और बॉटम ऐश का उत्पादन करता है। उचित निपटान की कमी के कारण यह राख आसपास के गांवों में फैल रही है साथ ही कूलिंग पोंड का पानी भी प्रदूषित हो गया है, जिससे आसपास के गावों के निवासियों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

बीपीएससीएल पर 71 लाख रुपये का जुर्माना
गौरतलब है कि 2022 में झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (JSPCB) ने राउतडीह गांव में पानी के साथ मिश्रित राख की बाढ़ के कारण हुए ऐश पोंड रिसाव मामले में BPSCL पर लगभग 71 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने अब तक यह जुर्माना नहीं चुकाया है। स्थिति सुधरने के बजाय और बिगड़ती चली गई है और अब BPSCL बिना फ्लाई ऐश पोंड के संचालन कर रहा है, जिससे पर्यावरण और जनजीवन पर संकट बना हुआ है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x

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