बोकारो स्टील प्लांट (BSL) के अधिकारियों की पत्नियों द्वारा संचालित स्वयं सहायता समूह ‘सुरभि’ द्वारा तैयार की गई घर की बनी पारंपरिक गुजिया इस होली में सभी की पहली पसंद बन गई है। स्वाद और शुद्धता की गारंटी के साथ बनाए गए ये स्नैक्स, स्थानीय स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रिय हो रहे हैं। खास बात यह है कि अमेरिका में रहने वाले अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) और भारत के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले बोकारो के निवासियों को भी विशेष रूप से यहां की गुजिया, गुड़ ठेकुआ, कचौरी और नमकीन बेहद पसंद है और वह इसे मंगाते रहते है। बढ़ती मांग और मेहनतकश महिलाएं – Video….
सुरभि समूह महिला समिति के अंतर्गत कार्य करता है और इस बार होली के अवसर पर इसकी पारंपरिक मिठाइयों और स्नैक्स की मांग चरम पर है। लगातार बढ़ते ऑर्डर को पूरा करने के लिए समूह की महिलाएं अथक प्रयास कर रही हैं। यह पहल न केवल बोकारो में पारंपरिक पाक कला को संरक्षित कर रही है बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी प्रदान कर रही है। इस प्रयास में एक दर्जन से अधिक महिलाएं काम कर रही हैं, जिनमें से अधिकांश विधवाएं, दिव्यांग या वंचित पृष्ठभूमि से आती हैं। उनके लिए यह केवल एक रोजगार नहीं, बल्कि सम्मानजनक आजीविका और आत्मनिर्भरता का जरिया है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
चार दशक पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाता ‘सुरभि’
सुरभि की शुरुआत लगभग 40 साल पहले हुई थी, जब घर का बना मसाला और गेहूं का आटा उपलब्ध कराया जाता था। समूह की कोषाध्यक्ष अभिरुचि के अनुसार, “हमारे उत्पादों की शुद्धता हमारी सबसे बड़ी ताकत है और इसी वजह से हमें हमेशा शानदार प्रतिक्रिया मिली है। समय के साथ हमने अपने उत्पादों की सूची को बढ़ाया है, जिसमें अब 28 से अधिक आइटम शामिल हैं। इस बार गुझिया की मांग सबसे अधिक है, जिससे हमारी टीम बेहद उत्साहित है।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
स्थानीय बाजार में सफलता की कहानी
सुरभि के उत्पाद बीएसएल परिसर में स्थित तीन काउंटरों – सुरभि सेंटर सेक्टर 4-C , बीजीएच और स्वाद सदन एडीएम बिल्डिंग – पर बेचे जाते हैं। इनके नियमित ग्राहक मुख्य रूप से स्थानीय निवासी हैं, जो इन उत्पादों की गुणवत्ता और प्रामाणिकता को लेकर बेहद विश्वास रखते हैं। इस समूह से होने वाली आय को महिला श्रमिकों के विकास और कल्याण में पुनः निवेश किया जाता है। कई महिलाओं के लिए यह उनकी आय का एकमात्र स्रोत है, जिससे उनकी जिंदगी में स्थिरता आई है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
महिलाओं की सफलता की मिसाल
सुरभि में कार्यरत शकुंतला अपने अनुभव साझा करते हुए बताती हैं, “मैं 2008 से यहाँ काम कर रही हूँ और इस काम से बहुत संतुष्ट हूँ। इस होली पर गुजिया की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। अमेरिका, दिल्ली और भारत के अन्य हिस्सों से भी हमारे पास ऑर्डर आ रहे हैं। हम बड़ी मात्रा में गुजिया और अन्य स्नैक्स तैयार कर रहे हैं, जिससे स्थानीय स्वाद का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार हो रहा है।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
महिला समिति का नेतृत्व और मार्गदर्शन
सुरभि का प्रबंधन बोकारो की महिला समिति द्वारा किया जाता है, जिसकी अध्यक्ष अनीता तिवारी हैं। सुरभि की प्रभारी जया ने इस पहल की सफलता पर रोशनी डालते हुए कहा, “हालांकि हमारे सूखे नाश्ते पूरे साल लोकप्रिय रहते हैं, लेकिन होली के दौरान गुजिया, गुड़ ठेकुआ, कचौड़ी और नमकीन की मांग सबसे अधिक होती है। हमने उत्पादन बढ़ा दिया है, फिर भी बढ़ते ऑर्डर को पूरा करने के लिए हमारी टीम लगातार मेहनत कर रही है। हमारे ग्राहक हमारे उत्पादों की गुणवत्ता, उचित लागत और पारंपरिक स्वाद को बेहद पसंद करते हैं, जिससे हमें और प्रोत्साहन मिलता है।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
ग्राहकों की पसंदीदा बनती पारंपरिक मिठाइयाँ
बीएसएल के अधिकारी और लंबे समय से सुरभि के ग्राहक रहे रवि कुमार ने कहा, “होली जैसे त्यौहार के दौरान उच्च गुणवत्ता वाले पारंपरिक स्नैक्स उपलब्ध कराना सुरभि की प्रतिष्ठा को और मजबूत कर रहा है। इस पहल से न केवल ग्राहकों को शुद्ध और स्वादिष्ट मिठाइयाँ मिल रही हैं, बल्कि इन मेहनतकश महिलाओं को भी एक नई पहचान मिल रही है।” Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
पारंपरिक मिठाइयों के साथ महिला सशक्तिकरण
सुरभि समूह की यह पहल न केवल पारंपरिक भारतीय मिठाइयों और स्नैक्स को संरक्षित कर रही है, बल्कि समाज के कमजोर वर्ग की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त भी बना रही है। बोकारो की यह गुजिया अब केवल एक स्वादिष्ट मिठाई और स्नैक्स नहीं, बल्कि महिला स्वावलंबन और भारतीय संस्कृति का प्रतीक बन चुकी है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x