Bokaro: इस भीषण गर्मी में रामनवमी के शाम को बोकारो स्टील टाउनशिप में 9 घंटे से अधिक समय तक बिजली गुल रही। उपायुक्त विजया जाधव द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन की स्पष्ट हिदायत के बावजूद, बीएसएल का बिजली विभाग समय पर आपूर्ति बहाल नहीं कर सका। इस दौरान अधिकतर घरों में इन्वर्टर ट्रिप हो गए और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बुजुर्ग और बच्चे खासे परेशान रहे। जुलुस निकलने के काफी देर पहले ही बिजली काट दी गई थी। रिपोर्ट लिखे जाने तक, रात 11 बजे तक बिजली नहीं आई थी। रात 12 बजे तक शहर के हर कोने में बिजली आने की सम्भावना बताई जा रही है। कटौती की सूचना
बोकारो इस्पात संयंत्र (BSL) के टाउन बिजली विभाग ने रविवार दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक बिजली कटौती की सूचना व्हाट्सएप संदेशों के माध्यम से पहले ही दे दी थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश के आधार पर शाम को उपायुक्त के निर्देशों के बाद लोगों को उम्मीद थी कि बिजली जल्दी बहाल होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। देर रात तक बीएसएल बिजली विभाग यह तर्क देता रहा कि रामनवमी जुलूस अब तक पार नहीं हुआ है, इसलिए बिजली बहाल करना संभव नहीं। सेक्टर 9, सेक्टर 12 और नेशनल हाईवे स्थित रितुडीह की ओर से रामनवमी का जुलूस रात 10 बजे तक भी आना जारी था। प्रशासनिक अनुमान के अनुसार, इन जुलूसों के गंतव्य तक पहुंचने में अभी दो घंटे और लग सकते हैं। टाउनशिप में सिर्फ बोकारो जनरल अस्पताल (BGH) और जलापूर्ति विभाग को ही बिजली आपूर्ति जारी रही।
132 केवी स्टेशन पर सुरक्षा का हवाला
बीएसएल अधिकारियों ने बताया कि 132 केवी बिजली स्टेशन एडीएम और गांधी चौक के बीच स्थित है, जहाँ से पूरे टाउनशिप में कई जगह हाई टेंशन (HT) लाइन जाती है। महावीरी झंडों, ध्वजाओं और भारी भीड़ के बीच बिजली चालू करना जोखिम भरा हो सकता है, जब तक कि जिला प्रशासन जुलूस पार होने का क्लियरेंस न दे।
पिछले साल हुआ था हादसा टल, इस बार बरती जा रही है सख्त सावधानी
बीएसएल के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष रामनवमी के दौरान लेक रोड क्षेत्र में जुलूस के डीजे का ऊपरी बॉक्स हाई टेंशन तारों में फंस गया था। संयोगवश, उस समय बिजली कटी हुई थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। इसी घटना को ध्यान में रखते हुए इस बार बिजली बहाली को लेकर कोई भी जल्दबाज़ी नहीं की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि एहतियातन बीएसएल की तीन टीमें – राम मंदिर, नया मोड़ और अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात हैं, जो लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं। बीएसएल की टीम GM इलेक्ट्रिकल राजुल हलकर्णी को लगातार रिपोर्ट कर रही है।
प्रशासन ने दी स्थिति की जानकारी
एसडीओ चास प्रांजल ढ़ांडा ने कहा कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। ग्रामीण इलाकों में जहां जुलूस पार हो चुका है, वहां सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार बिजली बहाल कर दी गई है। टाउनशिप में देरी इसलिए हो रही है क्योंकि कई सेक्टरों से जुलूस अब तक गंतव्य तक नहीं पहुंचा है। प्रशासन अखाड़ा समितियों के संपर्क में है ताकि जुलूस जल्द समाप्त हो और बिजली बहाल की जा सके।