DISHA बैठक में गरगा डैम का पुराना और ज्वलंत स्वामित्व विवाद फिर चर्चा में आया, जहां मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने बोकारो स्टील प्लांट (BSL) पर ₹10,000 करोड़ जल कर बकाया होने का आरोप लगाया। सरकार और BSL के बीच यह विवाद 2011 से चलता आ रहा है । BSL गरगा डैम से रेलवे और उद्योगों को पानी बेच रहा है, जबकि सरकार इसे राज्य संपत्ति मानती है। पढ़े पूरी रिपोर्ट …..
मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने उठाया BSL के जल कर बकाया का मुद्दा
मंत्री ने बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा गरगा डैम से वाणिज्यिक उपयोग हेतु पानी लेने और इसके लिए जल कर का भुगतान न करने का मुद्दा सोमवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (DISHA) की बैठक जोरशोर से उठाया। बैठक की अध्यक्षता माननीय सांसद गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र सह समिति अध्यक्ष चंद्र प्रकाश चौधरी ने की। बैठक में पेयजल एवं स्वच्छता तथा मद्य निषेध मंत्री योगेन्द्र प्रसाद, धनबाद सांसद ढुल्लू महतो, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल, डुमरी विधायक जयराम महतो, उपायुक्त विजय जाधव, एसपी मनोज स्वर्गियारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
BSL पर ₹10,000 करोड़ बकाया, कानूनी कार्रवाई के निर्देश
मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने कहा कि BSL पर राज्य सरकार का ₹10,000 करोड़ से अधिक जल कर बकाया है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि इस राशि की वसूली के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा, “जो नदी राज्य की सीमा में बहती है, वह राज्य की संपत्ति होती है। BSL ने गरगा नदी पर बांध बनाकर रेलवे को पानी बेच रहा है, जो अनुचित है।”
BSL ने गरगा नदी की मिल्कियत का दावा किया
बैठक में BSL अधिकारियों ने दावा किया कि गरगा डैम और नदी उन्हें योजना आयोग (Planning Commission) की अनुमति से सौंपा गया था। उन्होंने यह भी कहा कि गरगा डैम से ही नदी की उत्पत्ति होती है और इसकी मिल्कियत BSL के पास है। MP और विधायकों ने इस संबंध में BSL से दस्तावेज मांगे, जिसे अधिकारियों ने प्रस्तुत करने पर सहमति जताई। BSL अधिकारियो ने बैठक में यह भी बताया कि राज्य सरकार ने अचानक ₹403 करोड़ जल कर लगा दिया, जिस पर कोर्ट से स्टे आर्डर उन्हें प्राप्त है।
2011 से जारी है विवाद, BSL कर रहा है पानी से व्यापार
गरगा डैम, जो नेशनल हाईवे-23 के पास बालीडीह में स्थित है, वर्तमान में BSL के कब्जे में है। लेकिन सरकार का कहना है कि यह वैध रूप से BSL की संपत्ति नहीं है। यह विवाद 2011 से चला आ रहा है और सरकार तथा BSL के बीच तनाव का कारण बना हुआ है। बताया गया कि 2009 से BSL ने टाउनशिप में गरगा डैम से पानी सप्लाई बंद कर दिया। पाइपलाइन उखाड़ दिए गए। अब वह गरगा डैम के पानी का बिज़नेस कर रहा है। बोकारो रेलवे व बालीडीह औद्योगिक क्षेत्र को ₹4.50 प्रति हजार गैलन की दर से पानी बेच रहा है। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x
सरकार के लिए गंभीर मुद्दा बना गरगा डैम
सूत्रों के अनुसार BSL इस जल व्यापार से मोटा मुनाफा कमा रहा है। केवल बोकारो रेलवे ही प्रतिदिन डैम से लगभग आठ लाख गैलन पानी लेता है। गरगा डैम का कुल क्षेत्रफल 3756.02 एकड़ है, जिसमें डैम और जलाशय दोनों शामिल हैं। Follow the currentbokaro channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029Va98epRFSAsy7Jyo0o1x