Bokaro: बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा अप्रेंटिस अभ्यर्थियों के नियोजन में प्रगति को लेकर मंगलवार को उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में बीएसएल प्रबंधन और जिला प्रशासन के बीच उच्च स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में BSL के एचआर महाप्रबंधक ने बताया कि अब तक 100 अभ्यर्थियों का चयन कर उन्हें सूचित किया गया है। वहीं, 50 अन्य का नियोजन अंतिम चरण में है, परंतु अभी तक मात्र 07 अभ्यर्थियों ने योगदान दिया है।
उपायुक्त ने इस पर चिंता जताते हुए निर्देश दिया कि चयनित अभ्यर्थियों की सूची अविलंब जिला प्रशासन को सौंपी जाए। यह सूची जिला नियोजनालय, डीपीएलआर कार्यालय और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा की जाएगी। साथ ही जिला नियोजनालय द्वारा चयनित अभ्यर्थियों को दो सप्ताह में तीन बार कॉल कर योगदान के लिए प्रेरित किया जाएगा। यदि कोई अभ्यर्थी बार-बार सूचना देने के बाद भी योगदान नहीं करता, तो प्रतीक्षा सूची में शामिल अन्य अभ्यर्थियों को अवसर दिया जाएगा।
उपायुक्त झा ने बीएसएल प्रबंधन को निर्देशित किया कि स्थानीय युवाओं को नियोजन में प्राथमिकता दी जाए, जिससे वे क्षेत्रीय औद्योगिक विकास से प्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो सकें। बीएसएल ने जानकारी दी कि सभी चयनित अप्रेंटिस अभ्यर्थियों को एनएसई पोर्टल पर अपलोड किया गया है और बिना अनुमति के किसी अन्य व्यक्ति का गेट पास जारी नहीं किया जा सकता।
विस्थापित गांव बनेंगे मॉडल रेसिडेंस
बैठक में उपायुक्त ने जिले के 20 विस्थापित गांवों—जैसे वैद्यामारा, कुंदौरी, महेशपुर और शिबूतरि—को ‘मॉडल रेसिडेंस’ के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया। इन गांवों में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही पंचायत स्तर पर प्राप्त सुविधाओं के अतिरिक्त लाभ भी इन गांवों को दिए जाएंगे। प्रशासन का यह कदम समावेशी विकास और सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।