Bokaro: बोकारो परिसदन सभागार में झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग, रांची के माननीय उपाध्यक्ष ज्योति सिंह मथारु द्वारा प्रेसवार्ता आयोजित की गई। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने 1984 सिख दंगा पीड़ित परिवारों की समस्याओं को सामने रखते हुए कहा कि अबतक कई पीड़ित परिवार मुआवज़ा एवं पेंशन जैसी मूलभूत सहायता से वंचित हैं।
मुआवजा एवं पेंशन के लिए शीघ्र कार्रवाई का दिया आश्वासन
उपाध्यक्ष ने बताया कि बोकारो जिले में 1984 सिख दंगे से प्रभावित सात लोगों में से पांच की पहचान की जा चुकी है। दो शेष मामलों की जांच प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि जिन पीड़ितों को अबतक मुआवज़ा नहीं मिला है, उन्हें जल्द से जल्द मुआवज़ा राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
साथ ही, उन्होंने बताया कि वर्ष 2008 से पीड़ित परिवारों को ₹2500 मासिक पेंशन दी जा रही थी, जिसे अप्रैल 2022 से बंद कर दिया गया है। इस विषय पर उपायुक्त श्री अजय नाथ झा से वार्ता हुई है, जिन्होंने आश्वस्त किया कि शीघ्र कार्रवाई करते हुए पेंशन पुनः आरंभ की जाएगी।
बच्चों की शिक्षा, पुनर्वास और केंद्र सरकार के निर्देशों पर विशेष ध्यान
माननीय उपाध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित परिवारों के बच्चों की अच्छी शिक्षा, पुनर्वास व्यवस्था और केंद्र सरकार के पुनर्वास संबंधी दिशा-निर्देशों के अनुपालन को लेकर भी जिला प्रशासन को ठोस कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
गुरुद्वारा प्रतिनिधि और स्थानीय लोगों रहे उपस्थिति
प्रेसवार्ता के दौरान मुखिया श्री नरेश कुमार विश्वकर्मा, गुरुद्वारा चास के हरपाल सिंह, जसप्रीत सिंह सोढ़ी, सतनाम सिंह, सुखविंदर सिंह, मनदीप सिंह सहित अन्य स्थानीय प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में प्रशासन से सक्रिय पहल की अपेक्षा जताई।